हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज ने सरकार से गौशाला तथा गौ हाॅस्पिटल के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग की है। श्री चेतन ज्योति आश्रम में मंगलवार को आयोजित गौ संवर्धन यज्ञ के दौरान आयोजित संत सभा को संबोधित करते हुए युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शिवानन्द महाराज ने कहा कि गौवंश का संरक्षण युवा भारत साधु समाज का संकल्प है। उन्होंने कहा कि संरक्षण के अभाव में गौवंश लगातार कम हो रहा है। हिंदू धर्म में गौ पूजन का विशेष महत्व है। गाय को माता का दर्जा दिया गया है। गौमाता के शरीर में समस्त देवी देवता वास करते हैं। उन्होंने कहा कि गौवंश के संरक्षण के लिए धर्मनगरी हरिद्वार में एक विशाल गौशाला तथा गौ अस्पताल खोलने का निर्णय युवा भारत साधु समाज ने किया है। इसके लिए संतों का एक प्रतिनिधिमण्डल शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर गौशाला व गौ अस्पताल के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग करेगा। महंत शिवानन्द महाराज ने कहा कि पुलवामा शहीदों की प्रथम पुण्य तिथि पर युवा भारत साधु समाज के संतों का एक प्रतिनिधिमण्डल शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पुलवामा जाएगा। महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि गौवंश का संरक्षण व संवर्द्धन करना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। संरक्षण के अभाव में गौवंश को बेहद कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीमार व वृद्ध अवस्था में पहुंच चुकी गायों के संरक्षण व इलाज की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। ऐसे में युवा भारत साधु समाज ने गौवंश के संरक्षण के लिए गौशाला व गौ अस्पताल का संकल्प लिया है। ताकि बीमार व वृद्ध होने की स्थिति में गायों की उचित देखभाल व इलाज हो सके। स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने कहा कि युवा भारत साधु समाज ने गौवंश के संरक्षण की जो मुहिम शुरू की है। वह सराहनीय है। युवा संतों की इस पहल का सभी को स्वागत करते हुए सहयोग करना चाहिए। गौमाता का संरक्षण संवर्द्धन सभी की जिम्मेदारी है। मुख्य नगर आयुक्त उदय सिंह राणा ने कहा कि गौवंश के अंतिम संस्कार के निगम भूमि उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। गौवंश के संरक्षण में सभी को सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर महंत दुर्गादास, स्वामी केशवानन्द, महंत सुमित दास, महंत अरूण दास, महंत सूरज दास, संत जगजीत सिंह, स्वामी दिनेश दास, स्वामी गोपाल कृष्ण शास्त्री, राजेश रस्तोगी, सत्यनारायण शर्मा, योगी चंद्रकांत, स्वामी नित्यानन्द, महंत विष्णुदास, मनोज महंत आदि सहित बड़ी संख्या में संतजन मौजूद रहे।