शहरी विकास मंत्री व एक अन्य की सीबीआई जांच की मांग
हरिद्वार। गुरुकुल महाविद्यालय पर वर्चस्व की जंग तेज होती जा रही है। गुरुकुल बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक व हरिद्वार ग्रामीण से भाजपा विधायक स्वामी यतिश्वरानंद ने कहा की पूरे गुरुकुल प्रकरण की सीबीआई, एसआईटी जांच होनी आवश्यक है। क्योंकि यह विवाद अत्याधिक गहराता जा रहा है। इसमें मदन कौशिक और अनिल गोयल गुरुकुल का माहौल प्रतिदिन खराब करने पर लगे हुए हैं। अवह गुरुकुल को बंद करना चाहते हैं तथा गुरुकुल की भूमि को खुर्दबुर्द करना चाहते हैं। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बुधवार को उन्होंने कहा कि गुरुकुल हरिद्वार की ऐतिहासिक धरोहर है साथ ही आर्य समाजियों का मक्का-मदीना है। इसलिए गुरुकुल को भू माफियाओं से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कहाकि बार-बार कब्जा करने वाले लोग जो गुरुकुल की भूमि पर बिल्डिंगे बनाना चाहते हैं उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह गुरुकुल आर्य समाज की प्रतिष्ठा का विषय है, इसलिए वह गुरुकुल की मान मर्यादा बनाये रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दे देंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को तत्काल प्रभाव से हटाना जाए, जो कि पार्टी के लिए हितकारी होगा। विधायक ने कहाकि मदन कौशिक सत्ता का दुरुपयोग करते हुए हरिद्वार में गुरुकुल प्रकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। जिससे पार्टी की छवि दिन-प्रतिदिन गिर रही है। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से मांग करते हुए कहाकि जब तक कैबिनेट मंत्री की बर्खास्ती और उनकी सीबीआई जांच नहीं होती है, तब तक कार्यकर्ता शोषित और हतोत्साहित होता रहेगा। इसलिए सरकार को चाहिए कि कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक की सीबीआई जांच करने का आदेश दे तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा।
विधायक ने कहा कि जिन लोगों का कभी आर्य समाज एवं गुरुकुल से कोई संबंध नहीं रहा वह लोग आज गुरुकुल पर कब्जा करने का बार-बार प्रयास कर रहे हैं। वह फर्जी तरीके से अपने आप को गुरुकुल के स्वंय को पदाधिकारी बताते आ रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनिल गोयल एवं मदन कौशिक पर जो आरोप हैं वह वास्तविक रूप से सत्य हैं। सीबीआई जांच में यदि उनके द्वारा बोली गई बातें गलत पाई जाती हैं तो वह राजनीति से तत्काल सन्यास ले लेंगे। गुरुकुल बचाओ संघर्ष समिति को समर्थन देने के लिए चेतन ज्योति आश्रम से स्वामी शिवानंद ने पहुंचकर अपना समर्थन समिति को दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि गुरुकुल की आन, बान, शान को बनाए रखने के लिए पूरा युवा संत समाज समिति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस लड़ाई को लड़ेगा। गरीब दास आश्रम से स्वामी रवि देव शास्त्री अपना समर्थन देने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह गुरुकुल के स्नातक हैं इसलिए उनका कर्तव्य कर्तव्य बनता है कि वह गुरुकुल की रक्षा करके अपना धर्म पूरा करें। कहाकि गुरुकुल पर कब्जे का प्रयास करने वाले गुरुकुल की तरफ आंख उठाकर ना देखें, नहीं तो परिणाम विपरीत होंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि युवा संत समाज गुरुकुल की रक्षा करने के लिए तत्पर हैं और वह अपने प्राणों की बाजी लगाकर गुरुकुल की रक्षा करेंगे ।
विधायाक स्वामी यतीश्वरानंद ने बताया कि 23 फरवरी को समिति की ओर से जिलाधिकारी को दिए जाने वाले ज्ञापन में भारी संख्या में आर्य एवं अन्य सामाजिक संगठनों की व्यवस्था की योजना बनाई गई एवं अग्रिम रणनीति तय की गई है।