हरिद्वार। राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवम् सूचना प्रोद्योगिकी संस्थान हरिद्वार द्वारा आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस अप्रोच टू फाइट कोविड- 19 विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबीनार में मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के प्रभारी निदेशक अनुराग कुमार ने कहा कि परिचर्चा का विषय वर्तमान परिपेक्ष्य में बहुत ही उपयुक्त था तथा कॉविड 19 से लडने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग बहुत ही सहायक सिद्ध हो सकता है। मुख्य वक्ता के बोलते हुए रूप में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ महेंद्र सिंह असवाल ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता की विभिन्न तकनीकों की कोरोना के वर्तमान परिदृश्य में उपयोगिता के विषय में विस्तार से चर्चा की। डॉ. असवाल ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता की तकनीक मशीन लरनिंग पर आधारित मॉडल के द्वारा हम कोविड-19 की मृत्यु दर और विभिन्न क्षेत्रों में कॉविड-19 के प्रसार का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। इसके द्वारा लॉकडाउन की अवधि में लोगो की मानसिक अवस्था का भी अध्ययन किया जा सकता है। डीप लर्निंग आधारित मॉडल के द्वारा किसी व्यक्ति के एक्सरे स्कैन से कॉविड-19 के संक्रमण का पता किया जा सकता है। उन्होंने समस्त प्रतिभागियों का धन्यवाद भी ज्ञापित किया। वेबीनर में देश के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस वेबिनार का संचालन संस्थान के वरिष्ठ प्रवक्ता निखिल रंजन ने किया।