हरिद्वार। केन्द्रीय मंत्री व लोकजन शक्ति पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान के आकस्मिक निधन पर तीर्थनगरी में भी संतांे, गणमान्य लोगों ने शोक जताते हुए संवदेनाएं प्रकट की हैं। जूना अखाडा के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान के आकस्मिक निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि उनके निधन से भारतीय राजनीति को गहरा धक्का लगा है, वही उन्हें भी व्यक्तिगत तौर दुःख पहुचा। राम विलास पासवान हमेशा दलितों के उत्थान,गरीबों के लिए कार्य करते रहे। उन्होंने समाज के निचले तबके में हो रहे अन्याय और शोषण के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाई। अपनी ठेठ भाषा शैली के कारण वे हमेशा सभी को अपने भाषण के दौरान आर्कषित करते रहे। काफी समय तक केन्द्र सरकार में विभिन्न मंत्रालयों में कार्य करने के दौरान हमेशा इमानदारी को आगे रखा। उन्होंने कहा कि राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाये रखने में सफल रहने वाले केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान हमेशा से संतांे और भारतीय संस्कृति का आदर करते रहे। उन्होंने कहा कि जूना अखाड़ा से उनका विशेष लगाव रहा। अक्सर वे अखाड़े के सम्पर्क में रहते हुए विभिन्न विषयों पर संतों से सुझाव व आर्शीवाद लेते रहे। उन्हांेने कहा कि जब हरिद्वार से लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए वे यहां आये, तभी से उनका संतों से लगातार सम्पर्क बना रहा। इसके बाद जब वे केन्द्र में संचार मंत्री बने, उस दौरान भी उन्होनंे अपनी पार्टी में हरिद्वार में सम्मेलन आयोजित किया था। श्रीमहंत ने कहा कि श्री पासवान के निधन को भारतीय राजनीति के लिए गहरा झटका बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा दलितांे, वंचितों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे। बिहार के हाजीपुर से लोकसभा का चुनाव 5 लाख से अधिक मतों से जीतने का रिकार्ड भी उन्होंने ही सबसे पहले बनाया। जूना अखाड़ा के कई और संतांे ने भी केन्द्रीय मंत्री के निधन पर गहरा दुख जताते हुए मृतात्मा को मोक्ष मिलने की कामना की।