हरिद्वार। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एक दिवसीय दौरे पर रहे। हरिद्वार स्थित हरकी पौड़ी पर हरीश रावत ने मां गंगा की पूजा अर्चना कर जमालपुर में रेल दुर्घटना में मारे गए युवकों के लिए तर्पण किर उन्हें श्रद्धांजलि दी। हरीश रावत ने मृतक युवकों के परिजनों से मिलकर सांत्वना भी दी। इस दौरान हरीश रावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की गलती से नौजवानों को असमय मौत के आगोश में जाना पड़ा। यदि सरकार गलती ना करती तो नौजवान आज हमारे बीच होते।
किसान आंदोलन को लेकर हरीश रावत ने कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों की मांगों को पूरा नहीं कर रही है। किसान आंदोलन कोई लड़ाई नहीं है इसमें हार-जीत का कोई मतलब ही नहीं है। यह केवल लोकतंत्र की लड़ाई है, लेकिन सरकार ना तो लोकतंत्र को जीतने दे रही है और ना ही किसानों की मांगों को पूरा कर रही है।
हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर भी रावत ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले को कुछ लोगों ने धन अर्जित करने का साधन बना लिया है। सरकार जानबूझकर कुंभ मेले कार्यों को विलंबित कर रही है, ताकि आधे-अधूरेे कार्यों की आड़ में माल कमाया जा सके। ऐसा करके राज्य सरकार हरिद्वार कुंभ और मां गंगा का अपमान करने का काम कर रही है। हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कार्यशैली पर सवाल उठाए। रावत ने कहा कि मोदी सरकार में किसी भी मुख्यमंत्री को काम करने नहीं दिया जा रहा है। जो मुख्यमंत्री मोदी जी का जितना आज्ञाकारी है वह उतना ही नॉन परफॉर्मेंस मुख्यमंत्री है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी उन्हीं मुख्यमंत्री में से एक हैं जो केवल द्विमूर्ति की चरणों में पड़े हुए हैं। यही कारण है कि उनकी परफार्मेंस खराब आयी है।