रविवार को रखी जाएगी प्लांट की आधारशिला
हरिद्वार। मोदी के स्वच्ठता अभियान को हरिद्वार में एक और बल मिलेगा। गंदगी के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार माने जाने वाले चिप्स, सैनी और अन्य वस्तुओं की पन्नियों का उपयोग घरेलु उपयोग का सामान बनाने के लिए किया जाएगा। कुरकुरे, चिप्स और तमाम प्लास्टिक को एकत्रित कर रिसायकलिंग करने के बाद घरों के लिए उपयोगी फर्नीचर बनाने की शुरूआत हरिद्वार से होगी। हरिद्वार के सिडकुल में करीब चार करोड़ की लागत से स्थापित होने वाले इस प्लांट के भूमि पूजन एव शिलान्यास की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार को होने वाले इस शिलान्यास कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर होंगे। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत कार्यक्रम की शोभा बढ़ायेंगे।
उत्तराखंड के पंचायती राज विभाग के सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने शनिवार को राही मोटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए इसकी जानकारी दी। बताया कि त्रिस्तरीय पंचायतों में सभी प्रकार के प्लास्टिक अवशिष्ट के निस्तारण के हरिद्वार में कॉमन वेस्ट प्लास्टिक रिसायकलिंग फैसिलिटी की स्थापना की जा रही है।
सेवानिवृत संयुक्त निदेशक डीपी देवराड़ी ने बताया कि अहमदाबाद के बाद दूसरा प्लांट हरिद्वार में लग रहा है। जिसमें थर्माकोल, कुरकुरे, खैनी और सभी पन्नियों को एकत्रित कर लकड़ी बनाकर उपयोगी फर्नीचर बनाया जायेगा। स्वदेशी तकनीक के जरिए फर्नीचर का निर्माण किया जायेगा। जिससे सैंकड़ों लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी।
उन्होंने बताया कि इन बेकार पन्नियों को खरीदा जायेगा। जिसके चलते लोग अब घरों के बाहर पन्नियों को फेंकना बंद कर देंगे। इस प्लांट की स्थापना के साथ ही हरिद्वार में सफाई नजर आने लगेगी। कूड़ा एकत्रित करना भी रोजगार का एक बड़ा जरिया बनेगा।