विभिन्न विषयों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 10 एलुमनी को किया सम्मानित
रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से अपना स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर एनआईआईटी के चेयरमैन आरएस पवार ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। वहीं, आईआईटी रुड़की के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के चेयरमैन बीवीआर मोहन रेड्डी ने समारोह की अध्यक्षता की। समारोह में छात्रों, फैकल्टी मेंबर्स के साथ-साथ दुनिया भर से आईआईटी रुड़की के एलुमनी ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत आईआईटी रुड़की के कुलगीत यानि संस्थान गीत और आईआईटी रुड़की के डीन ऑफ रिसोर्सेज एंड एलुमनी अफेयर्स प्रो. बीआर गुर्जर के स्वागत संबोधन के साथ हुई। वर्ष 2020 के लिए, तीन एलुमनी को प्रतिष्ठित यंग एलुमनस अवार्ड से सम्मानित किया गया है, जबकि सात एलुमनी को प्रतिष्ठित एलुमनस अवार्ड से नवाजा गया।
इस अवसर पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी ने कहाकि वर्ष 1847 में रुड़की में सिविल इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोस्पेक्टस को पश्चिमोत्तर प्रांत के तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर जेम्स थॉमसन के अनुमोदन से अधिसूचित किया गया था। उन्होंने नए और मिड-करियर फैकल्टी के लिए फैलोशिप, छात्रों के लिए कई पुरस्कारों और छात्रवृत्तियों सहित विभिन्न तरीकों से संस्थान को वापस लौटने के संदर्भ में कई एलुमनी द्वारा दिए जा रहे योगदान को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि संस्थान के साथ एलुमनी की सक्रियता आईआईटी रुड़की में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में मदद कर रही है। सम्मानित होने वाले एलुमनी को बधाई देने के साथ-साथ उन्होंने बड़ी संख्या में मौजूद एलुमनी को भी धन्यवाद दिया, जो एलुमनी-इंस्टीट्यूशन संबंधों को मजबूती प्रदान कर आईआईटी रुड़की को उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान बनाने और अपनी जिम्मेदारी के साथ-साथ समृद्ध विरासत को संभाले रखने में लगातार सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि, अब आईआईटी रुड़की अपने समकक्ष संस्थानों के साथ कई मापदंडों पर प्रतिस्पर्धा कर रहा है, जिसमें जेईई एडवांस परीक्षा में शीर्ष 500 रैंक वाले छात्रों की अच्छी संख्या प्राप्त करना शामिल है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और एनआईआईटी के चेयरमैन पद्म भूषण आरएस पवार ने स्थापना दिवस पर पूरे आईआईटीआर परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहाकि यह सदी बौद्धिक क्षमताओं की सदी है और आईआईटी रुड़की के फैकल्टी, छात्र और एलुमनी इसमें योगदान देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
आईआईटी रुड़की के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के चेयरमैन बीवीआर मोहन रेड्डी ने कहाकि हमारे शिक्षक और शोधकर्ता अपने कार्यों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और शिक्षाविदों के प्रति समर्पित रहे हैं। ये प्रतिभाशाली और प्रेरक शिक्षक व शोधकर्ता हमारे छात्रों को रचनात्मक और नए दौर के अनुरूप करियर बनाने के लिए प्रेरित करते हैं और राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं।
इस दौरान पुरस्कार प्रतिष्ठित यंग एलुमनस अवार्ड से आरती गिल, राहुल शर्मा, सचिन गुप्ता व प्रतिष्ठित एलुमनस अवार्ड से प्रो.एससी हांडा, राजा राम सिंह यादव, नवीन जैन, प्रकाश कुमार सिंह, प्रो. अजय के. अग्रवाल, प्रो. पंकज अग्रवाल, आर. मुकुंदन को सम्मानित किया गया।