रूड़की संवाददाता
उत्तराखंड सरकार के कई कदम उठाने के बावजूद भी प्रदेश में कोरोना की रफ्तार कम नहीं हो रही है। उत्तराखंड में कोरोना रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। राजधानी देहरादून के बाद हरिद्वार में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। आईआईटी रुड़की की बात करें तो यहां 310 छात्र कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। आईआईटी रुड़की में कोरोना के खतरे को देखते हुए यहां के प्रबंधन ने नॉन-कंटेनमेंट हॉस्टल्स में रहने वाले छात्रों और प्रोजेक्ट स्टाफ को अपने घर वापस जाने के लिए कहा है। घर जाने से पहले उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा।
आईआईटी के संक्रमित छात्रों को हॉस्टल में ही आइसोलेट किया गया है। आईआईटी के पांच हॉस्टल को कंटेंमेंट जोन बनाया गया है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आईआईटी प्रबंधन ने विभिन्न हॉस्टलों में रह रहे छात्रों को 21 अप्रैल की शाम तक वापस अपने घर लौटने को कहा है। जिन छात्रों को अपने राज्यों में प्रवेश के लिए आरटी-पीसीआर रिपोर्ट की आवश्यकता होगी उनका टेस्ट कराया जा रहा है। छात्रों को उनके घरों तक पहुंचने में कोई बाधा न हो इसके लिए स्टूडेंट्स वेलफेयर विभाग के डीन की तरफ से एक सहायता पत्र प्रदान किया जा रहा है। जिससे रास्ते में किसी तरह की कोई बाधा उतपन्न न हो। बाकी जो छात्र संक्रमित हैं, उनका आईआईटी में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में ही इलाज किया जा रहा है।