रुड़की। कोविड-19 के कारण उत्पन्न परेशानियों के बीच आईआईटी रुड़की दूर-दराज के इंटर्न के लिए ऑनलाइन मोड में स्पार्क समर इंटर्नशिप प्रोग्राम आयोजित कर रहा है।
स्पार्क प्रोग्राम के अंतर्गत अभी तक 65 से अधिक इंटर्न्स ने प्रशिक्षण लिया है। अब वो सुदूर क्षेत्रों से काम कर रहे हैं। अपने तीसरे वर्ष में स्पार्क कार्यक्रम को काफी लोकप्रियता मिल रही है और अब तक 15,000 से अधिक ऑनलाइन एप्लिकेशन आ चुके हैं।
चयनित इंटर्न्स देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से हैं, जिनमें से अधिकांश आईआईटी और एनआईटी से हैं। प्रशिक्षुओं को 2500 प्रति सप्ताह की आकर्षक फेलोशिप प्रदान की जाएगी। इंस्टीट्यूट फेलोशिप के अलावा, कई अन्य इंटर्न्स को डिजाइन एंड इनोवेशन सेंटर (डीआईसी) और अन्य प्रोजेक्ट फंडों से भी मदद दी जाती है।
स्पार्क प्रोग्राम की आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और चयनित इंटर्न्स आवेदन प्रक्रिया के दौरान भरे गए अपनी पसंद की परियोजना पर काम करेंगे। इंटर्न्स संस्थान के भाग लेने वाले 17 विभागों में काम करेंगे और विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्रों में अत्याधुनिक सैद्धांतिक और कम्प्यूटेशनल शोध का प्रदर्शन करेंगे।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी ने कहा कि स्पार्क का उद्देश्य देश के कुछ सर्वश्रेष्ठ स्नातक छात्रों को शोध और आईआईटी रुड़की का अनुभव देना है। जब देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में अधिकांश समर इंटर्नशिप प्रोग्राम रद्द कर दिए गए हैं, ऐसे समय में लॉकडाउन की वास्तविकता को जल्दी से स्वीकार करने और ऑनलाइन मोड में इंटर्नशिप की पेशकश करने के लिए स्पार्क टीम का कार्य सराहनीय है।
वहीं, स्पार्क प्रोग्राम के संयोजक प्रो. प्रतीक झा ने कहा कि, पहले दो वर्षों में स्पार्क इंटर्न के शोध कार्यों के परिणामस्वरूप प्रकाशनों की एक अच्छी संख्या है जो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रस्तुत किए गए थे। इससे मिली प्रतिक्रिया से हम उत्साहित हैं। स्पार्क का संयोजन आईआईटी रुड़की के स्पान्सर्ड रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल कंसल्टंसी ऑफिस के सहयोग से फैकल्टी मेंबर्स और स्टूडेंट वालंटियर्स की एक टीम द्वारा किया जाता है।
2018 में शुरू हुए आईआईटी रुड़की के स्पार्क प्रोग्राम के तहत इंस्टीट्यूट-फंडेड 2 500 रुपये सप्ताह के फेलोशिप के साथ और प्रोजेक्ट फंडेड समर इंटर्नशिप प्रदान किया जाता है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य देश भर के प्रतिभाशाली स्नातक छात्रों को तकनीकी रूप से सक्षम करना है। देश भर में दो सौ से अधिक छात्रों ने अब तक स्पार्क प्रोग्राम के माध्यम से समर इंटर्नशिप की है। इंटर्न के काम को अच्छी तरह से पहचाना गया और प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में शोध प्रकाशनों के अलावा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भी पहचान मिली है।