रुड़की। इमलीखेड़ा गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र लोगों की भेजी गई सूची में अपात्र लोगों को शामिल करने का मामला प्रकाश में आया हैं। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई हैं।
इस सम्बन्ध मंे इमलीखेड़ा के कुछ ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांव में मकान बनाने के लिए ग्रामीण चिन्हित किये जा रहे हैं। यह योजना उन लोगों के लिए हैं, जो बेहद गरीब हैं और उनके पास रहने के लिए घर तक नहीं हैं। इस लिस्ट को ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी मिलकर बना रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस लिस्ट में कुछ अपात्र लोगों के भी नाम सूचिबद्ध किये गये हैं, जो पहले से ही सम्पन्न हैं और उनके पास अच्छे मकान बने हुये हैं। वहीं दूसरी ओर अभी भी गांव में ऐसे पात्र लोग हैं, जिनका राजनीति के चलते सूची में नाम शामिल नहीं किया गया, जो बेहद ही चिंता का विषय हैं। ग्रामीणों ने इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी से शिकायत कर ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी द्वारा बनाई गई सूची की गांव में आकर जांच करने की मांग की। ताकि पात्र लोगों को पीएम आवास योजना का लाभ मिल सके। साथ ही चर्चा यह भी है कि ग्राम प्रधान अपात्र लोगों से सांठगांठ कर उन्हें सूची में शामिल कर रहा हैं। प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी की मिलीभगत के कारण पात्र लोग इस योजना से वंचित रह गये हैं, ऐसे लोगों को सूची में शामिल किया जाये। अब देखने वाली बात यह होगी कि डीएम इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। यह भी तय है कि अगर इस मामले की जांच ईमानदार अधिकारियों द्वारा की गई, तो निश्चित रुप से यह प्रकरण ग्राम प्रधान और पंचायत सेक्रेटरी के गले की हड्डी बन सकता हैं और अहम बात यह भी है कि काबिना मंत्री मदन कौशिक व पूर्व विधायक सुरेश चन्द जैन भी इमलीखेड़ा की मिट्टी से जुड़े हैं। अगर मामला उनके संज्ञान में गया, तो यह प्रकरण सूबे में हलचल पैदा कर सकता हैं।