*मंदिरों को बनते थे निशाना।
*खुलासे में लगी थी चार टीमें।
गणेश वैद (बद्रीविशाल ब्यूरो)
हरिद्वार। मंगलौर के बहुचर्चित जैन समाज मंदिर में हुई लाखों की चोरी का खुलासा करते हुए हरिद्वार पुलिस ने यूपी के एक सुनार सहित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है,जबकि दो अभियुक्त फरार है। पकड़े गए अभियुक्तों में एक पश्चिमी यूपी का बेहद शातिर चोर गिरोह का सदस्य है जिस पर दर्जनों अपराधिक मुकदमें दर्ज है।
मंगलौर कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि बीते वर्ष की 26 दिसंबर को मंगलौर थाना क्षेत्र स्थित जैन समाज मंदिर में चोर रात में मंदिर में रखी लाखों रुपये की ज्वेलरी (चांदी की ईंटें,चांदी का छत्र, चांदी का लोटा आदि सामान) चोरी कर ले गए। मामले की जानकारी मंदिर ट्रस्ट के लोगों ने पुलिस को दी।
घटना के प्रति जैन समाज के लोगों के आक्रोश व घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने एसपी देहात शेखर सुयाल व सीओ मंगलौर विवेक के नेतृत्व में घटना के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की। गठित पुलिस टीम ने घटनास्थल व उसके आसपास के कई सीसीटीवी फुटेज को चैक करते हुए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के गिरोह पर भी फोकस किया। जिसमें पुलिस को कई अहम सुराग मिले। पुलिस टीम ने घटना में शामिल एक बेहद शातिर अंतरराज्यीय गैंग को ट्रेस कर लिया।
कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक अभियुक्त आरिफ पुत्र इकरामुद्दीन ग्राम निडोरी, गाजियाबाद को पुरकाजी से दबोच लिया।
पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्त आरिफ ने बताया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया यही नहीं हापुड़ के जैन मंदिर व झबरेड़ा स्थित गत्ता फैक्ट्री में हुई चोरी में भी उनकी संलिप्तता थी। उसने बताया कि उक्त चोरी का माल उन्होंने मुरादनगर के एक सुनार राजकुमार पुत्र रामकुमार निवासी चर्च कॉलोनी को बेच दिया था। आरोपी सुनार को भी पुलिस ने पुरकाजी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। जिसके कब्जे से चोरी की लाखों की ज्वैलरी व तीन लाख कैश बरामद हुआ। गिरफ्तार अभियुक्त आरिफ ने अपने दो अन्य साथियों जावेद व शेरखान के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी। पुलिस इन दोनों की तलाश में जुटी है।
गिरफ्तार आरिफ पुत्र इकरामुद्दीन निवासी ग्राम निडोरी, थाना मसूरी, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश व उसके फरार साथी जावेद व शेरखान के खिलाफ उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं आरोपी सुनार व अभियुक्त आरिफ को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। घटना का खुलासा करने वाली टीम को कप्तान डोबाल ने 5 हजार के ईनाम की घोषणा की है।