रुड़की।
झबरेड़ा विधानसभा में प्रस्तावित विकास कार्यों में अड़चन डालने का झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल की पत्नी ने नगर पंचायत अध्यक्ष और उनके पिता पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत भाजपा हाईकमान से भी की गई है। वहीं निजी अस्पताल को विधायक निधि से सिलेंडर दिए जाने के आरोप को भी उन्होंने नकार दिया।
झबरेड़ा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल और नगर पंचायत अध्यक्ष चौधरी मानवेन्द्र के बीच चल रही खींचतान अब खुले रूप से सामने आ गयी है। रुड़की के प्रीत विहार कॉलोनी स्थित अपने आवास पर झबरेड़ा विधायक की पत्नी वैजयंती माला ने पत्रकार वार्ता में बताया कि विधायक द्वारा झबरेड़ा क्षेत्र के लिए कई विकास कार्य पास करवाये गए, लेकिन नगर पंचायत झबरेड़ा अध्यक्ष चौधरी मानवेन्द्र सिंह ने सभी कार्यों में अड़चन पैदा की। उन्होंने कहा कि झबरेड़ा विधायक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण करवाना चाहते थे लेकिन नप अध्यक्ष ने उसमें भी अड़चन डाली, क्योंकि नगर पंचायत अध्यक्ष के भाई ने झबरेड़ा में निजी अस्पताल खोला है और अगर पीएचसी में सुविधाऐं हो गई तो उनके निजी अस्पताल को भारी नुकसान होगा। वहीं उन्होंने कहा कि कोविड के दौर में विधायक निधि से खर्च होने वाले एक करोड़ रुपए को नपं अध्यक्ष अपने भाई के निजी अस्पताल में खर्च करने का दबाब बना रहे थे लेकिन जब विधायक नही माने तो उन्होंने कुछ लोगों को आगे लाकर भक्तोवाली में गाली गलौज करवाई। विधायक की पत्नी का आरोप है कि विधायक ने मुख्यमंत्री से झबरेड़ा में भरत सिंह स्टेडियम की घोषणा करवाई लेकिन कॉलेज अध्यक्ष चौधरी कुलवीर सिंह ने इसमें अड़चन डाली। उनका कहना था कि काम उनके अनुसार होना चहिये था। आरोप लगाया कि बस अड्डा मुख्यमंत्री से स्वीकृत करवाया था, जिसके लिए भूमि नगर पंचायत को उपलब्ध करवानी थी, लेकिन उन्होंने बस अड्डे की भूमि उपलब्ध नही करवाई जिसके कारण वह कार्य भी अधर में लटका है। उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा
47 विकास कार्य नगर पंचायत और भक्तोवाली क्षेत्र में किये गए है। लेकिन कुछ लोगों द्वारा स्वास्थ्य केंद्र की एडिट फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर उनकी छवि को धूमिल करने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि नपं अध्यक्ष ने दुष्प्रचार किया कि झबरेड़ा क्षेत्र में 31 लोगों की मौत कोविड के कारण हुई है जबकि असलियत में कोविड से झबरेड़ा क्षेत्र में एक ही मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक से अभद्रता करने वाले आरोपी फिलहाल झबरेड़ा पंचायत अध्यक्ष की कोठी में शरण लिए हुए हैं। विधायक की बढ़ती लोकप्रियता के कारण झबरेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष और उनके पिता बौखलाए हुए हैं। विधायक प्रतिनधि सतीश शर्मा ने कहा कि निजी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर देने के मामले में झबरेड़ा क्षेत्र के जिस व्यक्ति द्वारा लगाया गया है। उंस व्यक्ति को अधूरा ज्ञान है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर दिए गए हैं। वह उनके और विधायक द्वारा निजी खर्च से दिए गए थे। विधायक निधि से 60 सिलेंडर विधानसभा क्षेत्र की तीन सीएचसी को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति यह सिद्ध कर दे कि निजी अस्पताल में दिए गए सिलेंडर में विधायक निधि से सिलेंडर दिए गए हैं, तो वह उसे एक करोड़ रुपए देंगे।