हरिद्वार। स्पेशल टास्क फोर्स व हरिद्वार पुलिस ने जनपद हरिद्वार के कुख्यात अपराधी कलीम के चार गुर्गों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी का चालान कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक कुख्यात कलीम पुत्र स्व. सलीम, निवासी मौहल्ला किला, थाना मंगलौर, हरिद्वार जो वर्तमान में जनपद अल्मोड़ा की जिला कारागार में बंद है। अपराधी कलीम जिला कारागार से अपने गैंग के सदस्यों के साथ निरन्तर सम्पर्क होने की पुख्ता जानकारी और जेल में रहकर अपने आपराधिक नेटवर्क संचालन की पुलिस को पुख्ता जानकारी हाथ लगी। इसी के साथ कलीम द्वारा किसी बड़ी आपराधिक घटना को भी अंजाम देने की जानकारी पुलिस को लगी। इसी सम्भावना को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा प्रभारी थानाध्यक्ष बहादराबाद के नेतृत्व में तत्काल संयुक्त रूप से टीमों का गठन किया गया।
सोमवार को सूचना मिली कि हरिद्वार में कलीम गैंग के सदस्य थाना बहादराबाद क्षेत्र में मिटिंग करने वाले हैं। सूचना पर संयुक्त पुलिस टीम ने पथरी रोह पुल से नहर पटरी जाने वाले रास्ते पर रैगुलेटर पुल के पास 04 संदिग्ध लड़कों को पकडा। जिनके कब्जे से अवैध तंमचे व जिन्दा कारतूस तथा मोबाईल फोन व नगदी बरामद हुई। पुछताछ में उन्होंने बताया कि वें कलीम के शूटर हैं तथा उसके लिए काम करते है। कलीम के कहने पर हरिद्वार व देहरादून के कुछ लोगांे को डरा-धमका कर रंगदारी के रुपये वसूल करने के लिए हरिद्वार में इकट्ठा हुए थे। कलीम जेल से हम लोग को व्हाट्सअप कॉल करके बताता है कि किन-किन लोगों से रंगदारी के पैसे वसूल करने हैं। बरामद मोबाईल के व्हाट्सएप में अल्मोड़ा जेल में बंद कलीम से आपसी बातचीत व कलीम द्वारा विडियो बनाकर लोगों को धमका कर रंगदारी के पैसो की मांग की गई है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपने नाम सद्दाम पुत्र सलीम, निवासी कासमपुर, थाना पथरी, जिला हरिद्वार, नदीम पुत्र नसीम, निवासी मौ. किला, कोतवाली मंगलौर, जिला हरिद्वार, अक्षय पुत्र त्रिलोकी सिंह, निवासी ग्राम बहुरवा, थाना मझोलिया, जिला बेतिया, पश्चिमी चम्पारन बिहार व साहेब कुमार पुत्र लाल बाबु यादव, नि. ग्राम बहुरवा, थाना मझोलिया, जिला बेतिया, पश्चिमी चम्पारन बिहार बताए गए। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन तमंचे 315 बोर, 06 कारतूस 315 बोर जिन्दा, 04 मोबाईल फोन, 15000 रुपये नकद धनराशि एक मोटरसाइकिल पल्सर बरामद की है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।