गणेश वैद (बद्रीविशाल ब्यूरो)
हरिद्वार। कांवड़ मेले के शुरू होने से पहले व्यवस्थाओं को लेकर रखी गई मीटिंग में प्रशासन की ओर से जो व्यवस्थाएं बनाई गई थी, उस पर कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल और उनकी पूरी तीन खरी उतरी। यही वजह रही कि करोड़ों की भीड़ में भी अपने कप्तान के निर्देश पर हरिद्वार पुलिस ने बेहतर ताल मेल के साथ इतने बड़े (कांवड़ मेले) आयोजन को सफल बनाया।
कांवड़ मेला 2024 को सफल बनाने के लिए हर क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने एक बेहतर रणनीति बनाई। उसी रणनीति पर कप्तान की पूरी टीम ने एक बेहतर तालमेल बनाते हुए अपने काम को अंजाम दिया। चाहे बात ट्रैफिक की करें या किसी तरह के उपद्रव अथवा लड़ाई झगडे की संभावना की सभी पर अपनी अपनी ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों ने बेहतर ढंग से निभाया।
बेहतर रही ट्रैफिक व्यवस्था
हर की पैड़ी बाईपास से लेकर नारसन बार्डर तक फैली कांवड़ियों की भीड़ को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने के लिए जिस रणनीति को अपनाया गया उसकी बदौलत आम नागरिकों को भी इस बार किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो पाई। एसपी ट्रैफिक पंकज गैरोला भी ट्रैफिक की हर स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखे हुए थे। एक सबसे अच्छी बात इस कांवड़ मेले में देखने को मिली वो यह कि कांवड़ियों की भीड़ मेे यदि कोई आम जनमानस फंस गया तो उसे डयूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भीड़ से निकालकर ले जाते भी दिखे। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने खुद भी यातायात व्यवस्था की कमान संभाली। यही वजह रही कि पिछले साल के मुकाबले इस बार कांवड़ मेले में शहर के अंदर जाम काफी कम रहा। इसके साथ ही हाईवे पर वैसा जाम देखने को नहीं मिला। ये श्रेय कप्तान और उनकी पूरी टीम को जाता है।
सेवाभाव का बेहतर उदाहरण किया पेश
सुरक्षा के साथ साथ सेवाभाव लेकर कांवड़ मेले में उतरी हरिद्वार पुलिस ने अपने कप्तान के सफल नेतृत्व में ना सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाई बल्कि कांवड़ियों की जमकर सेवा भी की और इसी भीड़ में आम नागरिक की भी दिक्कत को समझते हुए उसकी सहायता को तत्पर रही। भीषण गर्मी में अपनी ड्यूटी संभाल रही हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ यात्रियों को जगह जगह शर्बत पिलाकर उनकी थकान भी दूर की। इसी के साथ कांवड़ियों के साथ कहीं कहीं हुई दुर्घटनाओं पर भी पुलिस टीम पूरी मुस्तैदी से खड़ी दिखी।
खुद फिल्ड मेे रहे कप्तान
कांवड़ मेले की व्यवस्था को देखने व अपने अधीनस्थों का हौंसला बढ़ाने पूरी कांवड़ यात्रा के दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल खुद फिल्ड मेे रहे। केवल शहरी क्षेत्र ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों से होकर निकलने वाली कांवड़ यात्रा के हर पड़ाव की जोनल प्रभारियों से पल पल की अपडेट लेते दिखे कप्तान। पिछली कांवड़ यात्रा मेे रही खामियों पर पहले ही फोकस रखकर उन्हें पहले से दुरुस्त किया गया इसके साथ ही उन्होंने अपने अधीनस्थों को इसके पालन मेे किसी तरह की कोई कोताही ना बरतने पर खासा ध्यान देने के निर्देश दिए। एक बेहतर प्लानिंग के तहत सकुशल सम्पन्न हुए इस कांवड़ मेले के आयोजन में पुलिस प्रशासन की ओर से जो भी बेहतर सभी व्यवस्थाएं देखने को मिल सकती थी वह इस कांवड़ लेने में दिखाई पड़ी।