हरिद्वार। पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाले करवा चैथ व्रत के लिए बाजार सज चुके हैं। बाजार में रंग-बिरंगी चूड़ियों से सभी मनियारी की दुकानें सजी हुई हैं। वहीं, कपड़ों की दुकानें भी सज चुकी हैं और कई तरह के ऑफर दुकानदारों द्वारा दिए जा रहे हैं। महिलाएं अपने लिए चूड़ियों को पसंद करने के साथ कपड़ों की खरीदारी में जुर्टी हैं। इसी के साथ मेंहदी लगवाने के लिए ब्यूटी पार्लर व दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ है।
बता दें कि गुरुवार को सुहागिनों का पर्व करवा चैथ मनाया जाएगा। पर्व की नजदीकियों को देखते हुए महिलाओं ने अभी से खरीदारी शुरू कर दी है। बाजार में तरह-तरह की कई खूबसूरत चूड़ियां, बिंदी इत्यादि उपलब्ध हैं। वहीं दूसरी तरफ कई तरह की श्रृंगार सामग्रियों से भी बाजार भरा हुआ है। उपनगरी ज्वालापुर के कटहरा बाजार में करवा चैथ की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ रही है।
गौरतलब है कि भारतीय पर्व करवा चैथ की सबसे बड़ी खासियत यह है इस दिन सुहागिनें अपने पति की दीर्घायु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चैथ पर्व के संबंध में ज्यातिषाचार्य पं. देवेन्द्र शुक्ल ने बताया की करवा चैथ में करवा शब्द पात्र के रूप में आया है। इस दिन महिलाएं मिट्टी, चांदी, पीतल या किसी भी अन्य धातु से बने करवे से चांद को अघ्र्य देती हैं। ऐसे में सभी महिलाएं जो करवा चैथ का व्रत रखने जा रही हैं, उन्हें सुबह उठकर स्नान कर भगवान शिव, माता गौरी, गणेश जी और चंद्रमा की विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से माता गौरी सुहागन महिलाओं के सुहाग की सदैव रक्षा करती हैं। बताया कि इस वर्ष करवा चैथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 55 मिनट से शाम 7 बजकर 12 मिनट तक है। शाम साढ़े सात बजे से 8 बजकर 20 मिनट तक महिलाएं चांद का दीदार कर घर के बड़ों का आशीर्वाद लेने के बाद अपना व्रत खोल सकती हैं।