युवाओं के समग्र कौशल विकास में कौशलाचार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी: नरेंद्र मोदी
कौशलाचार्य समादार पुरस्कार के द्वितीय संस्करण में 92 प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्किल इंडिया मिशन को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय कृत संकल्पित है। इतना ही नहीं, कौशल मंत्रालय युवाओं में उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने और कुशल कार्यबल का निर्माण करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। भारत के पास एक विशाल युवा कार्यबल है जिसको कुशल बनाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को अग्रिम पंक्ति में खड़ा कर सकते हैं।
इस साल उत्तराखंड के 2 ट्रेनर्स को एंटरप्रेन्योरशिप और लंबी अवधि के प्रशिक्षण की श्रेणी में असाधारण योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए। पुरस्कार विजेताओं में एंटरप्रेन्योरशिप ट्रेनर की श्रेणी में अरुण बहादुर चंद को पुरस्कार दिया गया। स्टेट इंजीनियरिंग की श्रेणी में सतीश कुमार को यह पुरस्कार दिया गया। उनका योगदान न केवल स्किल इंडिया इकोसिस्टम को रफ्तार देगा, बल्कि यह दूसरे ट्रेनर्स को भी इस मिशन का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में लिखा कि कौशलाचार्य समादर पुरस्कार के द्वितीय संस्करण के आयोजन के लिए कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय और इस ुअवसर पर सम्मानित होने वाले सभी कौशलाचार्यों को मैं बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ। उन्होंने कहा कि कौशलाचार्य अपने कार्य और अनुभव से औरों के लिए प्रेरणा बनेंगे और देश भर के युवाओं के समग्र कौशल विकास के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे। समय की मांग के अनुसार देश के युवाओं को कुशल एवं प्रशिक्षित करके विश्व पटल पर भारत का नाम सुनहरों अक्षरों में अंकित करवाने में कौशलाचार्य की अति महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
कौशल प्रशिक्षकों एवं मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा वोकेशनल ट्रेनिंग इकोसिस्टम में दिए गए योगदान को मान्यता देने के लिए वर्ष 2019 में कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने कौशलाचार्य समादर पुरस्कारों की घोषणा की थी।
इस समारोह में, लघु अवधि प्रशिक्षण के तहत 14 कौशलाचार्यों को, आईटीआई के तहत 44 कौशलाचार्यों को, जन शिक्षण संस्थान के तहत 15 कौशलाचार्यों को, अप्रेंटिस के तहत 15 कौशलाचार्यों को और उद्यमिता के तहत 3 कौशलाचार्यों को सम्मानित किया गया है। इसके साथ-साथ राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (एनएपीएस) के तहत 15 कॉरपोरेट्स को कौशल विकास में योगदान देने हेतु मान्यता दी गई और सम्मानित किया गया।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि कौशलाचार्यों एक ऐसा रोल मॉडल विकसित करें जिससे प्रभावित होकर अन्य प्रशिक्षक भी स्किल इंडिया मिशन से जुड़कर राष्ट्र के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए स्वयं आगे आएं।