हरिद्वार। 5 साल से पहले हरिद्वार अर्द्धकुंभ में लापता हुई एक बुजुर्ग महिला को कुंभ पुलिस ने उसे उसके परिजनों से मिलाया। जिसकी बाद परिजनों और महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
5 साल पहले अर्द्ध कुंभ में बिछड़ी एक बुजुर्ग महिला आज संयोग से महाकुंभ में अपनों से मिल गई। यह सुखद संयोग ही था कि इस बार के महाकुंभ आयोजन के दौरान ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर लंबे समय से लापता बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलाया। अपनों से बिछड़ने के बाद जिस तरह से बुजुर्ग कृष्णा देवी अपने बेटे और परिवार से मिली, उसकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की रहने वाली कृष्णा देवी वर्ष 2016 अर्द्ध कुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आई थीं, लेकिन इसी बीच वह अचानक अपनों से बिछड़ कर लापता हो गईं। कई दिनों के इंतजार के बावजूद जब वह घर पर नहीं लौटीं तो घर वालों ने हरिद्वार, अयोध्या, प्रयागराज जैसे कई स्थानों में खोजबीन की और रिश्तेदारों के यहां भी पता लगाया। लेकिन किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिली। इतना ही नहीं परिजनों ने समाचार पत्रों में गुमशुदगी का प्रचार प्रसार और पुलिस को शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कृष्णा देवी का कोई पता नहीं लगने पर आखिरकार मायूस होकर परिजन खोजबीन बंद कर दिए। आज ऋषिकेश पुलिस ने 5 साल पहले लापता हुई बुजुर्ग कृष्णा देवी को खोजकर उनके मिलने की खबर परिवारजनों तक पहुंचाया है। ऋषिकेश पुलिस ने बुजुर्ग महिला के बताए पते पर परिवार को सूचना दी थी। जिसके बाद आज उनके पुत्र दिलेश्वर पाठक ऋषिकेश पहुंचे। पुलिस अपनों से बिछड़ी कृष्णा देवी को परिवार के सुपुर्द कर दिया। इस दौरान बूढ़ी मां को देख बेटा और बहू खुशी से रो पड़े। मां के मिलने पर परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस का आभार व्यक्त किया। कृष्णा देवी के बेटे दिलेश्वर पाठक ने बताया कि वह गुजरात में नौकरी करते थे, लेकिन मां के लापता होने की वजह से उनकी नौकरी भी चली गई। जब मां लापता हुई थी, तब उनकी बेटी 2 साल की थी। आज वह 7 साल की हो चुकी है। उन्होंने बताया कि मां को ढूंढने के लिए उन्होंने भारत के कई शहरों की सड़कें भी नापी, लेकिन सफलता नहीं मिली। जब उत्तराखंड पुलिस और सिद्धार्थनगर पुलिस के सहयोग से मां के जीवित होने की जानकारी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। हालांकि, मां अब मां गंगा के तट को छोड़कर घर वापस जाना नहीं चाहती। कृष्णा देवी ने कहा कि उनकी अब अमरनाथ जी के दर्शन करने की इच्छा है। कुंभ थाना एसएसआई दीपक रावत ने बताया कि वैसे तो पुलिस वेरिफिकेशन अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखने के लिए किया जाता है, लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन के माध्यम से लापता बुजुर्ग भी अपने परिजनों से मिल जाएगी, पुलिस ने भी कभी ऐसा नहीं सोचा था। बुजुर्गों को परिजनों के सुपुर्द करते हुए पुलिस की ओर से मुंह मीठा भी कराया गया है।