हरिद्वार। किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर सहित कई सदस्यों को जूना अखाड़े के संरक्षक हरिगिरि के शिष्य के रूप में दीक्षा दिलाई गई। दीक्षा का यह कार्यक्रम गोपनीय रखा गया। दीक्षा कार्यक्रम से पहले या बाद में भी किसी को इस अनुष्ठान के विषय में नहीं बताया गया।
बता दें कि, कुंभ मेला-2021 में अपना पहला कुंभ स्नान करने वाले किन्नर अखाड़ा, पूरे कुंभ में हर किसी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। जूना अखाड़े के द्वारा इसे अपने साथ कुंभ स्नान कराया गया। हालांकि कई बार किन्नर अखाड़े के अस्तित्व को लेकर सवाल भी उठे, लेकिन जूना अखाड़े के संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि ने सभी को शांत कराया। कुंभ समाप्ति के बाद हरिगिरि ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए किन्नर अखाडे़ के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और उनके सहयोगी किन्नरों को अपने शिष्य के रूप में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी से संन्यास दीक्षा दिलाई। संन्यास दीक्षा का यह अनुष्ठान गुप्त रूप से आयोजित किया गया। संन्यास दीक्षा लेने के बाद अब आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से लक्ष्मी गिरि हो गयीं।