यू ट्यूब से सीखी नकली नोट बनाने की विधि, भगवानपुर पुलिस ने तीन दबोचे, नकली नोट व उपकरण बरामद

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रुड़की/संवाददाता
भगवानपुर क्षेत्र में नकली नोट छापने के प्रकरण में लगातार संलिप्त चल रहे हैं अभियुक्त को भगवानपुर पुलिस ने एक बार फिर एक सूचना पर उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि पकड़ा गया अभियुक्त पूर्व में भी नकली नोट छापने के मामले में जेल जा चुका है। पुलिस ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की तैयारी में हैं।
सिविल लाइन कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए सीओ मंगलौर पंकज गैरोला ने सिविल लाइन कोतवाली में घटना के खुलासे की जानकारी देते हुए बताया कि एसएसपी हरिद्वार के निर्देशानुसार पूर्व में भिन्न-भिन्न अपराधों में संलिप्त रहने वाले अपराधियों के सत्यापन अभियान के अंतर्गत सामने आया कि पूर्व में नकली नोट छापने के मामले में जेल जा चुका संजय कुमार पुत्र राजाराम निवासी टकाभरी थाना भगवानपुर फिर से नकली नोटों के कारोबार में संलिप्त चल रहा है। सीओ मंगलौर के पर्येवेक्षण में भगवानपुर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। मुखबिर से पुलिस टीम को सूचना मिली कि सोलानी पुल महाकाल मंदिर के पास चकरोड पर तीन अज्ञात व्यक्ति खड़े हुए हैं। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संदिग्ध खड़े हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम संजय कुमार पुत्र राजाराम निवासी ग्राम टकाभरी थाना भगवानपुर व सुरेश पुत्र रणजीत निवासी ग्राम मिर्जापुर ग्रंट थाना बिहारीगढ़ व अमरीश पुत्र त्रिपाल नि. ग्राम गोकलपुर सहारनपुर बताया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक प्रिंटर स्केनर मशीन, पेपर कटर, स्केल, पेपर शीट के साथ ही 27,900 रुपये नकली नोट बरामद किए। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ धारा 489 (A), 489 (C), 489 (D) में मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्तों का चालान कर दिया। अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वह नकली नोट बनाने का आदतन अपराधी है और पहले भी नकली नोट बनाने के मामले में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद उसने नकली नोट बनाने की विधि यू-ट्यूब से सीखी ओर नोट बनाने का सभी सामान खरीदकर ले आया। उसके बाद उसने कई बार नकली नोट छापे, जिसके बाद उसने यह मशीन सुरेश को बेच दी। मेरे द्वारा सुरेश को पूरी ट्रेनिंग दी गई औऱ उसकी एवज में 17,000 रुपए व ट्रेनिंग के 20,000 रुपये लिए गए। बाद में प्रिंटर अमरीश पुत्र त्रिपाल को बेच दिया। आज हम यह नकली नोट किसी को देने के लिए आए थे, जिसके बाद हम गिरफ्तार हो गए। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष भट्ट, उप निरीक्षक बृजपाल सिंह, उप निरीक्षक संत सिंह जियाल, कॉन्स्टेबल करण कुमार व सचिन कुमार शामिल रहे।

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