विक्रम स्टैण्ड कर्मी ने दीवार से लटकर की आत्महत्या
हरिद्वार। कोतवाली नगर क्षेत्रा में मानसिक रूप से परेशान एक व्यक्ति ने ललताराव पुल दीवार नाले से लटकर कर जान दे दी। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। और घटना की सूचना मृतक के परिजनों को भेज दी। बताया जा रहा हैं कि मृतक विक्रम स्टैण्ड कर्मी था और कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि रविवार की सुबह सूचना मिली कि ललताराव पुल के नाले की दीवार से रस्सी के सहारे एक व्यक्ति का शव लटका हुआ है। सूूचना पर एसएसआई नंदकिशोर ग्वाडी सहित अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने लोगों की मदद से शव को नीचे उतार कर उसकी शिनाख्त के प्रयास किये गये। मृतक की शिनाख्त सुरेन्द रावत पुत्रा प्रेम नारायण उम्र करीब 42 वर्ष निवासी इन्द्रा बस्ती विकास काॅलोनी खड़खड़ी हरिद्वार के रूप में हुई है। पूछताछ पर पता चला कि मृतक ललताराव पुल पर विक्रम स्टैण्ड पर नम्बरी का काम करता था और दो-तीन दिनों से मानसिक रूप से परेशान देखा जा रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजकर परिजनों को सूचित कर दिया।
अधिवक्ता ने घर में पंखे से लटकर दी जान
कमरे से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
हरिद्वार। मानसिक तनाव के चलते एक अधिवक्ता ने घर में पंखे से लटकर जान दे दी। घटना की जानकारी सुबह उनके कमरे का दरवाजा न खुलने पर पत्नी के अपने परिचितों को जानकारी दी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे का दरवाजा तोड कर पंखे से लटके शव को बरामद किया है। पुलिस ने कमरे को आत्महत्या की वजह का पता लगाने के लिए खंगाला गया। लेकिन कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। जिसकारण अधिवक्ता के आत्महत्या के सही कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। कनखल प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि पुलिस को रविवार की सुबह सूचना मिली हैं कि मौहल्ला लाटोवाली कनखल निवासी अधिवक्ता संजय शर्मा पुत्रा स्व. चंन्द्र प्रकाश उम्र करीब 36 वर्ष अपने का दरवाजा नहीं खोल रहे है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और भीतर से बंद कमरे का दरवाजा तोडा गया। कमरे के भीतर अध्विक्ता पंखे से चादर का पफांसी का पफंदे से लटके हुए थे। घटना से घर में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को नीचे उतार कर आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए कमरे को खंगाला गया। लेकिन कमरे के भीतर से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। जिसकारण अधिवक्ता के आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका। मृतक अध्विक्ता की पत्नी भी आत्महत्या की वजह की जानकारी नहीं पायी। पूछताछ में पता चला कि मृतक अध्विक्ता कुछ समय से मानसिक तनाव में चल रहे थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधिवक्ता के सुसाइड करने की वजह का पता लगाने का प्रयास कर रही है।