हरिद्वार। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने जिलाधिकारी सी रविशंकर के साथ जनपद में भूमिगत विद्युत लाइन, पानी, सीवर लाइन, गैस पाइप लाइन के निर्माण कार्यो की शुक्रवार को समीक्षा बैठक कुम्भ मेला सीसीआर सभाकक्ष में की। समीक्षा के दौरान मंत्री मदन कौशिक ने जनपद मंे चल रहे निर्माण कार्यांे से संबधित विभाग के अधिकारियों को आपस में सामन्जस्य बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहाकि सड़क, बिजली, पानी की व्यवस्था को दुरूस्त किया जाए और अधिकारी अपने दायित्वांे का इमानदारी से निर्वहन करें। उन्होंने लोनिवि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि सड़कांे पर चल रहे निर्माण कार्यांे को समय से पूरा करंे तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।
विद्युत विभाग के अधिकारियों से कहा कि मेन रोड पर तारें लटकी हुई हैं ओर उन पर ही मीटर लगा दिये गये हैं। इन्हें तत्काल ठीक किया जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व नगर निगम के अधिकारियों को बरसात को देखते हुये आने-जाने के रास्तों को तत्काल ठीक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने एनएच अधिकारियों को निर्देश दिये कि पुल जटवाडे से लेकर शांतिकुंज तक जितने भी गड्ढे़ हैं उनको भरने का कार्य युद्वस्तर पर एक सप्ताह के अन्दर पूरा हो जाना चाहिये। निरीक्षण में कार्य पूरा नहीं होने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। श्री कौशिक ने अधिकारियों से कार्यो मंे आने वाली समस्याओं की जानकारी ली। पावन धाम चौराहे पर जल भराव की स्थिति पर पानी की निकासी के लिए सख्त निर्देश दिये कि इसका उच्च स्तर पर हल निकाल कर जिलाधिकारी को अवगत करायें।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य करने के दौरान किसी विभाग द्वारा कोई पाइप लाइन टूटती है तो वो संबंधित विभाग के अधिकारियों को उसकी उसी समय सूचना देगंे और उसे संबंधित विभाग तत्काल कार्यवाही कर उसे ठीक करेगा। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा कार्य पूर्ण करने पर उसी दिन से लोनिवि द्वारा कार्य शुरू कर दिया जाना चाहिये। जिलाधिकारी ने केबल नैटवर्क के तारों की समस्या को लेकर भी दिशा निर्देश दिये।
बैठक में नगर आयुक्त नरेन्द्र भंडारी, पवन कुमार अधिशासी अभियन्ता भूमिगत विद्युत लाइन, एससी पाण्डेय, अधीक्षण अभियन्ता, दीपक कुमार अधिशासी अभियन्ता पीडबल्यूडी, अजय कुमार अधिशासी अभियन्ता जल निगम, मौ. मिशम अधिशासी अभियन्ता पेलजल निगम, संजय सिंह अधिशासी अभियन्ता अमृत, वैभव मित्तल एनएच सहित संबंधित अधिकारी, इंजिनियर उपस्थित रहे।