हरिद्वार। हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी सिद्वशक्ति पीठ मायादेवी और नगर कोतवाल श्रीआंनद भैरव मन्दिर के कपाट विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना के साथ आम श्रद्वालुओं के लिए खोल दिए गए। जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप जूना अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मायादेवी मन्दिर तथा श्री आनंद भैरव मन्दिर में प्रथम पूजा अर्चना की। उनके साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री व जूना अखाड़ा के अर्न्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत स्वामी हरि गिरि महाराज, जूना अखाड़े के राष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि,पूर्व सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि महाराज, सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, कोठारी महंत लाल भारती, कोरोबारी महंत महादेवानंद गिरि, थानापति नीलकंठ गिरि ,पार्षद विनीत जौली सहित कई साधु-संत व श्रद्वालुओं ने पूजा अर्चना में भाग लिया। संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि मन्दिर के कपाट खोले जाने से पूर्व प्रशासन की गाईड लाईन के अनुसार पूरे मन्दिर को सेनिटाइज किया गया था। श्रद्वालुओं को सोशल डिस्टेंिसंग का पालन कराने हेतु परिसर में गोल घेरे बनाए गये है तथा गेट पर ही थर्मल स्केनिंग व सेनिटाइजिंग किए जाने की व्यवस्था की गयी है। उन्होने बताया कि श्रद्वालुओं नियमों का पालन करते हुए दर्शन कर सकेगें। मन्दिर में प्रसाद, तिलक तथा मूर्ति को छूने की मनाही रहेगी। श्रीमहंत हरि गिरि ने कहा कि यदि भविष्य में महामारी का प्रकोप बढ़ता है तो मन्दिरों को शासन के आदेश पर पुनः बंद भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मां भगवती तथा भगवान आंनद भैरव की प्रथम पूजा में देश तथा विश्व को कोरोना जैसी जानलेवा बिमारी से मुक्त कराने तथा अगामी कुम्भ मेला 2021 सम्पन्न कराने के लिए आर्शीवाद की कामना की गयी है। इस अवसर पर नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह, थानापति आजाद गिरि, थानापति रणधीर गिरि, विमल गिरि आदि भी मौजूद रहे।