दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
फॉरेस्ट गॉर्ड भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल कराने वाले मामले का पर्दाफाश करते हुए मंगलौर पुलिस ने एक पेशेवर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही अन्य कई कोचिंग सेंटर संचालक भी पुलिस की रडार पर है। फ़िलहाल पुलिस गहनता से मामले की जांच में जुटी है।सिविल लाइन कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अवुदई कृष्ण राज एस. ने बताया कि पिछले काफी समय से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग व प्राविधिक शिक्षा परिषद (V.B,TER) में पेपर लीक कराने व ब्लूटूथ के माध्यम से प्रतियोगिता परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस मामले में एसटीएफ उत्तराखंड व हरिद्वार लगातार इस गिरोह का पर्दाफाश करने में लगी थी। 17 फरवरी 2020 को ब्लूटूथ के माध्यम से नकल करने का एक ओर मामला प्रकाश में आया। जिसमें पुलिस ने नारसन स्थित ओजस्वी कैरियर कोचिंग सेंटर गुरुकुल नारसन के संचालक मुकेश सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और परीक्षा पेपर लीक कराने के लिए ब्लूटूथ के माध्यम से नकल कराने की एवज में 4 लाख रुपए की सौदेबाजी मुकेश सैनी द्वारा की गई थी, एक लाख रुपए एडवांस भी ले लिए थे। इस मामले में सोशल मीडिया व अखबारों में आई खबर के बाद परीक्षार्थियों व बेरोजगार युवाओं में रोष बढ़ गया और वह परीक्षा को निरस्त करने और गिरोह का पर्दाफाश करने की मांग पर अड़े गए। इनके निर्देश पर मंगलौर व लक्सर सीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। शुक्रवार को टीम ने मुखबिर की सूचना पर ओजस्वी कोचिंग सेंटर संचालक मुकेश सैनी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह ग्राहकों को नकल कराने का झांसा देकर उन्हें फंसाते है और उत्तराखंड में वे एसएससी में होने वाली परीक्षा में ब्लूटूथ के माध्यम से पेपर लीक कराकर नोकरी दिलाते है। वह पहले भी कई परीक्षाओं को लीक करा चुका है। पुलिस ने धोकाधड़ी व आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर अभियुक्त को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस टीम में मंगलौर कोतवाल प्रदीप चौहान, एसएसआई देवेंद्र सिंह रावत, दरोगा मनोज सिरोला, कॉन्स्टेबल प्रभाकर, संजय कंडारी, योगेंद्र, नंद किशोर, दीपक नेगी शामिल रहे। पुलिस टीम की रडार पर अन्य कोचिंग सेंटर संचालक भी है। जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।