हरिद्वार। दो दिन पूर्व मां के पास सो रहे नाबालिग बच्चे को उसी की दो बहनों ने गंगनहर में फेंककर मौत की नींद सुला दिया। दोनों बहनों का कहना है कि भाई बहुत परेशान करता था। जिसके कारण वह स्कूल तक नहीं जा पा रही थी। इसलिए उन्होंने भाई को लालपुल के पास गंगनहर में फेंक दिया। सनसनीखेज प्रकरण के खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है। लोग सोचने को मजबूर हैं कि क्या छोटे बच्चे भी ऐसे शातिराना अंदाज से किसी को मौत की नींद सुला सकते हैं।
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने ज्वालापुर कोतवाली में सूरज मर्डर केस का सोमवार को खुलासा किया। बताया कि 28 नवंबर को अपहर्त डेढ़ साल के सूरज कुमार की हत्या उसकी दोनों नाबालिग बहनों ने की थी।
28 नवंबर 2019 को ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के लोधा मंड़ी निवासी सोनू कुमार का डेढ़ साल का पुत्र सूरज कुमार संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। मासूम सूरज के घर से अचानक गायब होने हड़कंप मच गया। बच्चे के परिजनों ने बहुत तलाश की लेकिन बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया तो उन्होंने पुलिस को बच्चे के अपहरण होने की सूचना दी। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी योगेश देव ने बच्चे के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बच्चे की सकुशल बरामदगी करने के लिए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के निर्देशन में पुलिस टीम गठित की। पुलिस की कई टीमें बच्चे को बरामद करने के लगी। लेकिन पुलिस को अहम जानकारी मिली कि बच्चे का अपहरण नहीं हुआ। पुलिस को पता चला कि बच्चे की बहनों ने ही उसकी हत्या कर दी।