रुड़की। मेयर गौरव गोयल के पूर्व कर्मचारी की पत्नि ने पुलिस को तहरीर देकर मेयर पर छेडछाड़ करने का आरोप लगाया। वहीं पुलिस मामले की जांच करने के बाद कार्रवाई की बात कह रही हैं।
गंगनहर कोतवाली में एक महिला मीनाक्षी द्वारा तहरीर देकर बताया गया कि उसका पति नीरज अग्रवाल मेयर गौरव गोयल के कार्यालय पर काम करता था। मेयर द्वारा उनका 15 महीने का वेतन नहीं दिया गया। जब वेतन के सम्बन्ध में नीरज ने मेयर से बात की और अन्य कई लोगों से कहा, तो मेयर ने नीरज को अपने घर बुलाया, जिस पर नीरज अपनी मां के साथ 22 दिसम्बर को मेयर के घर गया। आरोप लगाया कि मेयर के घर पर उस समय गौरव गोयल, उनका भाई राजीव गोयल व आलोक सैनी मौजूद थे। तीनों लोगों द्वारा मेरे पति को घर बुलाकर गाली गलौच करते हुए बदनाम करने की बात कहते हुए लाठी-डंडों से मारपीट की गई। जिससे मेरे पति की हड्डी भी टूट गई। तभी गौरव गोयल ने मेरे पति को झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया। पीड़िता के अनुसार 25 दिसम्बर को मेयर गौरव गोयल ने एक व्यक्ति को उसके घर भेजा, उस व्यक्ति ने मुझसे कहा कि यदि आप अपने पति को जेल से छुडवाना चाहती हैं, तो मेयर गौरव गोयल से उनके घर जाकर मिले। वह अपनी सास के साथ उनके घर गई। जिसके बाद उन्होने मेरी सास को बाहर बैठने की बात कहते हुए मुझको अकेले में अंदर बुलाकर मेरे साथ छेड़छाड़ व अश्लील हरकत करने की कोशिश की, जिसका मैंने विरोध किया और वहां से अपने घर आ गई। जब मेरे पति जेल से छूटकर बाहर आये, तभी मैंने अपने पत्नि से यह बात बताई। तब मेरे पति ने मुझको मेयर गौरव गोयल द्वारा की गई घिनौनी हरकत की तहरीर पुलिस को देने की बात कहीं। जिसके बाद पीड़ित महिला द्वारा पुलिस को तहरीर देकर मेयर गौरव गोयल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई। वहीं इस सम्बन्ध में मेयर गौरव गोयल का कहना है कि उक्त लोग रंजिश के चलते मेरी छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।