दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
कहते है कि जब व्यक्ति सत्ता में हो या फिर सत्ता सुख पा चुका हो, तो ऐसे लोगों को आदर्श आचार संहिता के नियमों से कोई वास्ता नहीं होता। वह तो बस साम, दाम, दंड, भेद की नीति के तहत चुनाव जीतने को आतुर रहते है। ऐसा ही कुछ कोटवाल आलमपुर की जिला पंचायत सीट पर होने जा रहे उप-चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। इस मामले की जांच की मांग कोटवाल आलमपुर सीट से उप-चुनाव लड़ रही प्रत्याशी अंजू देवी के पति श्याम कुमार ने चुनाव आयोग से की है।
उन्होंने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि कोटवाल आलमपुर जिला पंचायत सीट पर उप-चुनाव होने जा रहे है जिसको लेकर आयोग की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है और नामांकन पत्र भी जमा हो गए है। इसके बावजूद भी भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल पर चुनाव क्षेत्र में लगी आदर्श आचार संहिता कोई असर नही पड़ा और न ही उन्हें आचार संहिता के नियमों से कोई वास्ता। आज उनके द्वारा सुबह 10:00 बजे कोटवाल आलमपुर से चोन्दाहेड़ी को जाने वाले बाईपास रोड ओर पुलिया के निर्माण का फीता काटकर ओर नारियल फोड़कर उद्घाटन कर दिया गया। जिसके कारण चुनाव के दौरान विधायक द्वारा वोटरों को प्रभावित करने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सत्तारुढ दल के विधायक सत्ता के नशे में चूर होकर आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने में लगे है। वही बसपा नेता चौधरी राजेन्द्र सिंह भी अपने बन्दूकधारी साथियों के साथ आदर्श चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने में कोई कौर कसर बाकी नही छोड़ रहे। उन्होंने कहा कि दोनों दल मेरी पत्नी के नामांकन से घबरा गये है चूंकि इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोग बहुतायत में है। श्याम कुमार ने आदर्श आचार संहिता के उल्घंन के सम्बन्ध में विधायक देशराज कर्णवाल व चौधरी राजेन्द्र सिंह के विरुद्ध चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करने की भी बात कही है। शिकायतकर्ता ने चुनाव आयोग से इन दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।