गणेश वैद (बद्रीविशाल ब्यूरो)
हरिद्वार। जीवन को बेहतर ढंग से जीने वह जीवन में सफलता हासिल करने को लेकर जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर सुरेश मोहन सेमवाल ने प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों के बीच जीवन की सफलता के अनुभव साझा किए।
मूल रूप से उत्तराखंड के घनसाली के रहने वाले सेमवाल ने कहा कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में तीन तरह के लोग होते हैं। एक सफलता न मिलने पर दूसरों को दोषी ठहराते हैं दूसरे वह जो खुद में दोष ढूंढते हैं तीसरी वह जो गलतियां से सबक लेते हैं इन सब में खुद को मोटिवेट करने वाला व्यक्ति ही सफलता प्राप्त करता है। आज के दौर में हमें यह देखना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं क्योंकि हर व्यक्ति के अंदर एक प्रतिभा छिपी होती है बस उसी को ही अपने भीतर से ढूंढना जरूरी है।
प्रेस क्लब सभागार में उपस्थित लोगों को मोटिवेट करते हुए सेमवाल ने कहा की लोगों को जीने की कला ऐसी होनी चाहिए जिसमें सफलता के साथ-साथ एक बेहतर संदेश भी छिपा हो ताकि वह दूसरों को भी सफलता के लिए प्रेरित कर सके। उन्होंने कहा की जीवन में हर दर्द दर्द नहीं होता और हर आराम आराम नहीं होता इसका मतलब समझते हुए उन्होंने कहा कि कभी-कभी कोई दर्द या परेशानी आगे चलकर हमारी सफलता के लिए एक बहुत बड़ा कारण बनती है उसके पीछे भी एक पॉजिटिव थिंकिंग छिपी होती है साथ ही कहा कि कभी-कभी आराम भी नुकसान दे होता है।
जीवन के प्रति मोटिवेट करते हुए सेमवाल ने अपने हास्य अंदाज में स्पीच देते हुए बीच बीच में पत्रकारों को खूब हंसाया भी। उन्होंने कहा कि हम हमेशा अच्छे दिनों को क्यों उम्मीद में बैठे रहते हैं जबकि अपने वर्तमान को भूल जाते हैं उन्होंने एक उदाहरण से बताया कि हमारे प्रधानमंत्री कहते थे की अच्छे दिन आएंगे और लोगों ने मान भी लिया की अच्छे दिन आएंगे अब उन्होंने यह तो नहीं कहा कि आपके अच्छे दिन आएंगे इतना कहते ही उपस्थित सभागार में खूब ठहाके लगे।