*एक झटके में मताधिकार के प्रयोग से वंचित हुए हजारों मतदाता।
बद्रीविशाल ब्यूरो।
हरिद्वार। नगर निगम चुनावों में वोट देने जा रहे हजारों मतदाताओं को मयुसी हाथ लगी जब बूथ पर पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है ही नहीं। दरअसल निकाय चुनाव पूर्व तैयार हुई वोटर लिस्ट से हजारों की संख्या में वोटरों के नाम गायब हो गए। कई जगह तो एक दो नहीं बल्कि पूरे परिवार के नाम ही वोटर लिस्ट से नदारद है। जिसके बाद अब प्रशासनिक स्तर पर हुई इस भारी गड़बड़ी को लेकर प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए है।
नगर निकाय सामान्य निर्वाचन 2025 को लेकर तैयार की जाने वाली वोटर लिस्ट ना जाने कौन सा नशा करके तैयार की गई कि इसमें एक दो नहीं बल्कि हजारों मतदाता एक ही झटके में अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित कर दिए गए। जिसके बाद जिला प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में खड़ी है।
नगर निकाय चुनाव के लिए आज जब सुबह मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने बूथ पहुंचे तो पाया कि उनका वोटर लिस्ट से नाम ही गायब है और वही नहीं बल्कि पूरे परिवार के वोट ही लिस्ट से गायब कर दिए गए। ऐसा केवल एक दो नहीं बल्कि कई वार्डो में पाया गया। कई मतदाताओं ने शिकायत कर बताया कि वह की वर्षों से वोट करते आ रहे हैं लेकिन इस बार उनके पूरे परिवार के है वोट लिस्ट से गायब है। ऐसे ही वार्ड संख्या 26, 30, 38 व 58 के साथ साथ ऋषिकुल वार्ड से भी कई परिवारों के नाम वोटरलिस्ट से नदारद है। इतनी भारी गलती सामने आने के बाद अब जिला प्रशासन की ओर से तैयार करने वाली वोटर प्रणाली किस कदर काम कर रही है व इसको तैयार करने में लगे कर्मचारी ना जाने कौन सा नशा करके इसे अंतिम रूप दे रहे थे कि हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र के हजारों मतदाता एक झटके में अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित कर दिए गए और यह आलम तब है जब सरकार व प्रशासन स्तर पर बड़े बड़े विज्ञापनों एवं अभियान के जरिए जनता को मताधिकार के प्रति जागरूक किया जाता है।
एक वार्ड से 700 वोटर गायब
बताया जा रहा है कि इनमें वार्ड संख्या 30 हरिराम इंटर कॉलेज के बूथ पर सबसे अधिक 700 से 800 वोट काटे जाने की ख़बर सामने आ रही है।