हरिद्वार। मानव अधिकार संरक्षण समिति के तत्वावधान में गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के सभागार कक्ष में विश्व मानव अधिकार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ उत्तराखण्ड राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बतौर नरेश बंसल ने कहा कि भारत सरकार ने अपने कर्तव्य परायणता का पालन करते हुए कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिलाया है। 2022 तक भारत सरकार का लक्ष्य है कि 5 करोड़ लोगों को मकान उपलबध कराए जाए, जिसमें से अब तक 2 करोड़ लोगों को मकान मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जन-धन योजना के अन्तर्गत 40 करोड़ खाते खोलकर 20 करोड़ लोगों के खातों में 500 रुपये सीधे पहुंचाए हैं। यह भारत सरकार का मानवाधिकार है। सरकार की नीतियां पूरे विश्व में अलख जगाए हुए है। भारत ही नहीं पूरे विश्व में भारत सरकार का डंका पीट रहा है। विश्व में भारत का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। मोदी की नीतियों पर विश्व अमल करता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गुरुकुल कांगड़ी विवि के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विवि स्वतंत्रता आंदोलन से पहले किसी भारतीय द्वारा पहला विश्वविद्यालय खोला गया था। विश्वविद्यालय ने बालिकाओं की मानव अधिकार का पालन करते हुए इस वर्ष कन्या गुरुकुल परिसर, हरिद्वार में बीए एवं बीएस-सी पाठ्यक्रमों को संचालित किया है। कर्तव्य और अधिकार रेल की पटरी की तरह से है, जिन पर विश्वविद्यालय खरा उतर रहा है।
उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सुनील जोशी ने कहा कि मानव की शुरूआत कर्तव्यों का निर्वहन करने से होती है। आम आदमी को अधिकारों के साथ कर्तव्यों की पाठशाला में विचारो का पाठ पढ़ाकर उसे आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। अधिकार और कर्तव्य मानव जीवन के एक सिक्के की तरह हैं।
रानीपुर विधानसभा के विधायक आदेश चैहान ने कहा कि जब कोई एक आतंकवादी मारा जाता है तो रात्रि में भी कोर्ट खोलाए जाते हैं। मगर जब कोई निर्दोष आतंकवादी द्वारा मारा जाता है तो कोर्ट नहीं खुलते। मानव अधिकार संरक्षण समिति को इन पहलुओं पर भी काम करना चाहिए, जिससे निर्दोषों को न्याय मिल सके।
मानव अधिकार संरक्षण समिति के अध्यक्ष मधुसूदन आर्य ने सभी आगन्तुकों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में देव संस्कृति के कुलसचिव बलदाऊ, डॉ. ओपी वर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, मनीषा दीक्षित इत्यादि ने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर मोनिका जैन, डॉ विशाल गर्ग, सुरेश चन्द्र गुप्ता, एसआर गुप्ता, राजीव राय, जितेन्द्र कुमार शर्मा, विमल गर्ग, डा. पवन सिंह, कमला जोशी, अन्नपूर्णा भदूनी, नेहा मलिक, मंजु गुप्ता, शोभा रानी, दीपक अग्रवाल, हरिओम अग्रवाल, प्रो. एलपी पुरोहित, प्रो. मनुदेव बन्धु, डा. भारत वेदालंकार, डा. भगवानदास जोशी, डा. ओ0पी वर्मा, डा. सुरेन्द्र कुमार शर्मा, सत्यवति अग्रवाल, कमला अग्रवाल, क्षमा अग्रवाल, बीना शर्मा, सारिका खण्डेलवाल, रेखा नेगी, जीविका नेगी, मूलचन्द्र मीणा, संजय, हेमन्त सिंह नेगी, डा. पंकज कौशिक, इत्यादि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि नरेश बंसल ने एक पुस्तिका का विमोचन किया। संचालन अंकुर गोयल ने किया।