हरिद्वार। आम आदमी पार्टी के हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र प्रभारी नरेश शर्मा ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाजपा सरकार पर खनन प्रेमी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहाकि सरकार में बैठे लोग अपने राजनैतिक और निजी हित साधने के लिए अधिकारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। जो अधिकारी मंत्रियों और भाजपाइयों के मन मुताबिक गलत काम करने से मना कर देते हैं उन्हें अनावश्यक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। मंत्रियों की मनमानी के चलते प्रदेश में सरकारी मशीनरी में विद्रोह जैसी स्थिति है, जो कि राज्य में पहली बार देखने को मिल रहा है। एक बयान में सरकार की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी करते हुए नरेश शर्मा ने कहा कि लैंसडौन प्रभाग के डीएफओ को पिछले दिनों हटाए जाने का मामला प्रदेश की सरकार को अपने आप ही कटघरे में खड़ा कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना के तहत हटाए गए अधिकारी द्वारा जिस तरह से अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर अपनी पीड़ा बताई गई है। उसने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली का सच उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर सरकार के मंत्रियों के इशारे पर प्राकृतिक संपदा का दोहन किया जा रहा है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जीरो टोलरेंस का सरकार का दावा पूरी तरह निराधार साबित हो रहा है। हर स्तर पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है। नरेश शर्मा ने कहा कि हरिद्वार से लेकर समूचे गढ़वाल और कुमाऊं में जिस तरह अवैध खनन और भ्रष्टाचार का बोलबाला दिखाई दे रहा है। उसने भाजपा की कथनी और करनी को भी उजागर कर दिया है। उन्होंने पूरे प्रदेश में चल रहे अवैध खनन की हाई कोर्ट के जज की देखरेख में विस्तृत जांच करा कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई।