व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के सूत्र दिये जा रहे हैं
हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में चल रहे 31 उत्तराखण्ड बटालियन एनसीसी के संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के पांचवें दिन मंगलवार को कैडेट्स ने हथियार चलाने के गुर सीखे। दस दिवसीय इस वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में अपने पाठ्यक्रमों के अलावा कैडेट को बौद्धिक सत्र के अंतर्गत शांतिकुंज के वरिष्ठ मनीषियों ने विचारों में सृजनात्मक शक्ति बढ़ाने के विविधि उपायों की जानकारी दी गयी। मनीषियों ने कहा कि वैचारिक शक्ति ही मनुष्य को आगे बढ़ने के लिए सर्वोत्तम है, इसके बिना मनुष्य का आगे बढ़ना बहुत मुश्किल होता है। साथ ही कैडेट्स को सकारात्मक सोच, आपसी सामंजस्य के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
12 जनवरी तक चलने वाले जूनियर व सीनियर डिवीजन के इस प्रशिक्षण शिविर में शांतिकुंज के योगाचार्यों ने योगाभ्यास कराने के साथ इसे अपने व्यावहारिक जीवन का अंग बनाने के लिए प्रेरित किया। तो वहीं एएनओ ने कैडेट्स को स्वच्छ भारत अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए तन, मन की भी सफाई पर जोर दिया। प्रशिक्षण शिविर में कैम्प कमांडेण्ट कर्नल यूएस त्रिवेदी, डिप्टी कैम्प कमांडेण्ट कर्नल प्रवीण कुमार भट्ट, सुबेदार मेजर नरबहादुर राणा एवं एनसीसी के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कैडेट्स को सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। शांतिकुंज के श्री संदीप कुमार आदि ने भी कैडेट्स का मार्गदर्शन किया। इस शिविर में जूनियर एवं सीनियर डिवीजन के 650 एनसीसी कैडेट प्रतिभाग कर रहे हैं।