दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
झबरेड़ा बाजार में इक़बालपुर शुगर मिल की छपाई वाली चीनी के कट्टों को भारतीय किसान यूनियन अम्बावत्ता के पदाधिकारियों ने पकड़ लिया। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष झबरेड़ा ने मामले की जांच के साथ ही मुख्यमंत्री को शिकायत करने की बात कही है।
इक़बालपुर शुगर मिल पर किसानों का करीब 200 करोड़ से अधिक का भुगतान बकाया है, जिसके एवज में न्यायालय ने मिल में रखी वर्ष 2018-19 की चीनी नीलामी प्रक्रिया के तहत बेचने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। कई बार नीलामी की तारीख तय होने के बाद भी चीनी नीलामी नही हो पाई, जिसके कारण किसानों का बकाया भुगतान अधर में लटका रहा। वहीं किसान अपने भुगतान के लिए कई बार आंदोलन कर चुके है। रविवार को उस समय किसानों का गुस्सा फूट गया, जब एक चीनी के कट्टो से भरी ट्राली झबरेड़ा में बिक्री के लिए आई। चीनी के कट्टो पर इक़बालपुर शुगर मिल के नाम की छपाई थी। और 2017-18 व 19 सत्र भी कट्टो पर छपा हुआ था। किसानों ने चीनी को कैन इंस्पेक्टर के हवाले कर दिया। वहीं अम्बावत्ता गुट के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह सैनी का कहना है कि शुगर मिल किसानों के साथ धोखा कर रही है और चोरी से चीनी बेची जा रही है। उन्होंने मामले की जांच के बाद कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि चीनी वाले बैग पर सन 2018-19 प्रिंट है और 20 हाथ से लिखा हुआ है, जो नियम अनुसार नही है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर व हाईकोर्ट जाएंगे। वहीं पुलिस को भी तहरीर दी जा रही है। वही इस सम्बंध में शुगर मिल के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश शर्मा ने बताया कि विगत वर्षों के बचे हुए पुराने कट्टों में नई चीनी बेची जा रही है। पुरानी चीनी तो पहले से ही सील है, उसे नहीं बेचा जा सकता। प्रत्येक वर्ष पुराने बचे हुए कट्टो में इसी प्रकार से चीनी बेची जाती है।