एक फैक्ट्री में काम कर रहे 11 बाल श्रमिकों को उत्तराखंड की पौड़ी जनपद पुलिस ने “ऑपरेशन मुक्ति” के तहत निकालकर स्कूल में दाखिल कराया। पौड़ी पुलिस की इस कार्यवाही की स्कूली अध्यापकों व स्थानीय नागरिकों ने काफी प्रशंसा की।
बताते चलें कि बाल अपराध,भिक्षावृत्ति एवं बाल मजदूरी के चलते शिक्षा से वंचित बच्चों को उनकी कैद से निकालकर उनका बचपन लौटाने एवं शिक्षा दिलाने के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान चलाया गया। जिसके अंतर्गत पौड़ी पुलिस ने बीते दिनों एक सरिया फैक्ट्री में काम कर रहे 11 नाबालिक बच्चों का बाल मजदूरी से निकालकर स्कूल में एडमिशन कराया।
कोटद्वार के एएसपी शेखर चंद सुयाल व सीओ वैभव सैनी के निर्देश पर एएचटीयू प्रभारी राजेंद्र सिंह खोलिया के नेतृत्व में 02 माह के लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” जिसकी थीम है,”भिक्षा नहीं शिक्षा दो” के तहत पौड़ी जिले में ऑपरेशन मुक्ति टीम ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय, मगनपुर प्रथम में कलालघाटी सरिया फैक्टरी के 11 मजदूर बच्चों का दाखिला कराया और राजकीय प्राथमिक विद्यालय हल्दुखाता में वर्ष 2022 में दाखिला कराए गए बच्चों का भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमें यह पता लगाया गया कि जिन बच्चों को पढ़ने भेजा गया वह नियमित रूप से स्कूल आ रहे हैं कि नहीं,साथ ही उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी अथवा जरूरत तो नहीं है।
बाल मजदूरी से इन बच्चो को निकालकर उनका भविष्य संवारने के लिए जनपद पौड़ी की ऑपरेशन मुक्ति टीम (महिला उप निरीक्षक सुमनलता,अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह,कांस्टेबल आशीष बिष्ट,कांस्टेबल मुकेश डोबरियाल,महिला कांस्टेबल विद्या मेहता) के इस सराहनीय कार्य की बच्चो के परिजनों,अध्यापकों एवं स्थानीय जनता ने प्रशंसा की।