रुड़की/संवाददाता
फैक्ट्री में कर्मियों को कितनी सुरक्षा और उनके संरक्षण को लेकर प्रबंधन कितना गंभीर रहता है, इसका जीता-जागता सबूत हाल ही में देखने को मिला। वैसे तो उक्त कंपनी में ऐसे अनेक मामले आए हैं, जिनमें कर्मियों ने अपनी जान गंवा दी लेकिन आज तक भी स्थानीय प्रशासन, श्रम विभाग या अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने कंपनी प्रबंधन पर लगाम नहीं लगाई। इसी की लापरवाही का खामियाजा आमखेड़ी निवासी एक बुजुर्ग मजदूर को भी भुगतना पड़ा। फेक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही से उसकी जान चली गई।
बताया गया है कि आम खेड़ी गांव निवासी राज सिंह पुत्र रणजीत सिंह (60) पिछले 20 सालों से राणा स्टील फैक्ट्री लंढौरा में मजदूरी का काम करता था। विगत दिवस जब राज सिंह काम कर रहा था, तभी पीछे से उसके दाहिने हिस्से में लोहे की एंगल घुस जाने से वह गंभीर घायल हो गया और अस्पताल तक पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। इस घटना से परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में भी रोष फैला हुआ है। वहीं पूर्व प्रधान चौधरी जसवीर सिंह ने बताया कि फेक्ट्री प्रबंधन अक्सर कर्मचारियों के जीवन के साथ खिलवाड़ करता रहता है और इसका खामियाजा मजदूरों को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ता है। कंपनी में यह पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व में भी कई ऐसे मजदूर अपनी जान गंवा चुके हैं, जिसमें सीधे-सीधे प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई, लेकिन इन घटनाओं के बाद भी कंपनी प्रबंधन ने कोई सबक नही लिया। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन मजदूरों को सुरक्षात्मक दृष्टि से कोई सुविधा नही उपलब्ध कराता और ना ही यहां कोई डिस्पेंसरी या चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। यहां तक कि इस फैक्ट्री में कर्मचारियों को दिए जाने वाला प्रोविडेंट फंड भी उन्हें उपलब्ध नहीं कराया जाता। जो सीधे-सीधे श्रम कानूनों के साथ ही सरकार को भी धत्ता बताया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की कि वह फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दायर करें। इस घटना से गांव में शोक की लहर व्याप्त है।