हिन्दू संस्कृति का मूल वसुधैव कुटुम्बकम का भाव: भाटी
हरिद्वार। पाकिस्तान से लगभग एक माह के लिए यात्रा वीजा पर आये 56 सदस्यीय हिन्दू श्रद्धालुओं के जत्थे का उत्तरी हरिद्वार भूपतवाला स्थित प्रभुतानन्द आश्रम में शनिवार को समाजसेवी बृजभूषण विद्यार्थी, पार्षद अनिरूद्ध भाटी एवं विनित जौली के नेतृत्व में सामाजिक संस्थाओं व क्षेत्रवासियों ने स्वागत किया।
पाकिस्तानी हिन्दू जत्थे का स्वागत करते हुए क्षेत्रीय पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम का भाव ही हिन्दू संस्कृति का मूल है। हमारी संस्कृति में अतिथि देवो भवः की परम्परा सदियों से रही है। उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हम सब पाकिस्तान से आये अपने हिन्दू भाई-बहिनों का तीर्थनगरी में स्वागत करते हैं। अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीएए के माध्यम से पाकिस्तान में दमन सह रहे लाखों हिन्दुओं के भविष्य को सुरक्षित व संवारने का काम किया है।
उन्हांेने ने कहा कि आर्थिक संकट से जूझ रहे इस जत्थे की मदद हेतु समाजसेवी बृजभूषण विद्यार्थी व पार्षद विनित जौली की पहल सराहनीय है। निवास एवं भोजन के साथ-साथ इस जत्थे के अहमदाबाद जाने के लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेकर बस की व्यवस्था किये जाने का संदेश समूचे देश में ही नहीं अपितु दुनिया भर में हरिद्वारवासियों का सम्मान बढ़ायेगा।
लाल माता मंदिर के प्रबंधक दुर्गादास ने कहा कि पाकिस्तान से आये हिन्दू श्रद्धालुओं ने विषम परिस्थितियों व सरकार के दमन के पश्चात भी अपना हिन्दू धर्म नहीं छोड़ा तथा अनेक कुर्बानियां देकर भी पाकिस्तान में हिन्दुत्व की पताका फहराने का काम किया है। इनका सहयोग करना प्रत्येक देशवासी का फर्ज है।
पाकिस्तानी जत्थे में शामिल अधिकांश लोग कराची, बदीन से आये हैं। इनमें मालीभाई परमार, नारायण दास, मुकेश कुमार, वीर जी, पिंगला बेन, पूनम बेन, कांता बेन, लक्ष्मी बेन, हीरा बाई ने कहा कि हरिद्वार में आकर मां गंगा में स्नान कर उनका जीवन सफल हो गया है। कहाकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार व दमन से उनका जीवन दुश्कर हो गया है। अब हम लोग वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते हैं तथा भारत सरकार से अनुरोध करंेगे कि हमें नियमानुसार देश की नागरिकता प्रदान की जाये। पाकिस्तान से आये जत्थे में शामिल मालीभाई परमार ने कहा कि पाकिस्तान से भारत आने पर हमें ज्यादा पैसा नहीं लाने दिया जाता है कि कहीं हम हिन्दुस्तान में ही नहीं बस जाये।
इस अवसर परगोपाल सिंघल, महेश गौड, लाल माता मंदिर के भक्त दुर्गादास, रमेश भाई ठाकर, जगदीश यादव, स्वामी तत्वानन्द जी महाराज, श्यामसुन्दर शर्मा, पार्षद अनिल मिश्रा, स्वामी नरसिंह दास, सूर्यकान्त शर्मा, सन्नी राणा आदि मौजूद रहे।