बद्रीविशाल ब्यूरो
देहरादून। विगत मार्च से लापता नेपाली मूल के एक किशोर को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने उसके परिजनों से मिलाया। फिलहाल किशोर को उसके पिता के अनुरोध पर देहरादून के एक आश्रम में रखा गया है।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के उपनिरीक्षक कृपाल सिंह ने बताया कि 17 वर्षीय हिमाल उर्फ सुशांत पुत्र चतेकामी, निवासी गांव मोटेला, कालीकोट, नेपाल बिगड़ 7 माह से अपने परिवार से बिछड़ गया था। मानसिक रूप से कमजोर होने के चलते वह ठीक से बोलने बताने में भी असमर्थ किशोर को ऑपरेशन स्माइल के तहत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने खोज निकाला। किशोर पिछले 5 महीने से देहरादून के आमवाला स्थित श्री सत्य साईं आश्रम में शरण लिए हुए था।
आश्रम के केयर टेकर अरुण कुकरेती ने बताया कि किशोर केवल अपना नाम बता पा रहा था। बालक अपने परिजनों के नाम पते भूल चुका था। जिसके बाद नेपाल पुलिस से संपर्क करने के बाद आखिरकार किशोर के परिजनों का पता चला। जिन्हे देहरादून बुलाया गया।
देहरादून पहुंचने पर किशोर के पिता ने ऑपरेशन स्माइल टीम का आभार व्यक्त करते बताया कि उन्होंने अपने बेटे के मिलने की उम्मीद भी क्लछोड़ दी थी। वहीं किशोर के परिजनों ने किन्हीं परिस्थितियों के चलते फिलहाल किशोर को आश्रम में ही आश्रय देने का अनुरोध किया और कहा कि कुछ समय बाद में वह अपने बेटे को आश्रम से ले जाएंगे।