रुड़की/संवाददाता
जौरासी गांव के एक खेत में कुछ लोगों द्वारा गौकशी करने की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह मौका पाकर वहां से फरार होने में कामयाब रहे। मामले की जानकारी पाकर सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुँची ओर मामले की जानकारी में जुट गई।
बताया गया है कि सिविल लाइन क्षेत्रान्तर्गत जौरासी जबरदस्तपुर गांव स्थित एक खेत में कुछ लोग गौकशी कर रहे थे। तभी वहां खेत स्वामी आ पहुंचा तो वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। बाद में उसने गांव के लोगों को सूचना दी, इस ग्रामीण मौके पर पहुंचे और गौकशी करने वालों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह मौका पाकर फरार होने में कामयाब रहे। बाद में जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुँची और छानबीन शुरू कर दी।
बकरीद पर्व पर पुलिस की मुस्तेदी के बाद भी हुईं गोकशी
जहां एक ओर सभी धर्म के लोगों की बकरीद पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार बैठके आयोजित कर उन्हें प्रतिबंध पशुओं का कटान न करने तथा त्यौहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए जागरुक किया जा रहा था। साथ ही ऐसी जगहों ओर पुलिस प्रशासन भी मुस्तेदी से तैनात था, बावजूद इसके गौकशी करने वाले तस्करों पर पुलिस प्रशासन की इस मुहिम का कोई असर नही हुआ ओर वह बकरीद पर्व पर भी गौकशी करने से बाज नही आये। ऐसे में पुलिस प्रशासन हिन्दू संगठनों के नेताओं को दिए गए वायदे पर भी झूठा पड़ गया। अब ऐसे घिनोने कृत्य करने वाले लोगों, जो साम्प्रदायिक सौहार्द ओर भाईचारे के बीच दखल देने का काम करता हो, के खिलाफ सामाजिक बहिष्कार के साथ ही उन्हें ताउम्र जेल में रहने की सजा सुनाई जाए, ताकि गंगा-जमुनी तहजीब बरकरार रहा सके। फिलहाल तो यह गो तस्कर पुलिस प्रशासन के अभियान को बट्टा लगाने में कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं।