हरिद्वार। ज्योतिषाचार्य पं. डा. प्रदीप जोशी ने कोरोना महामारी के दृष्टिगत कुंभ पर्व को 2021 के बजाय 2022 में किए जाने का समर्थन किया है। श्री जोशी ने कहाकि कि इस समय समूचा विश्व कोरोना महामारी से ग्रसित है। सभी लोग परेशान हैं। सरकारों को ध्यान भी कोरोना से निपटने पर केन्द्रीत है। ऐसे में कुछ संतों का मत है कि कुंभ पर्व का आयोजन 2021 की बजाय 2022 में किया जा सकता है। श्री जोशी ने उनका समर्थन करते हुए कहाकि 13 अप्रैल 2022 की दोपहर तक बृहस्पति कुंभ राशि में रहेंगे। सौर मास के हिसाब से 21 मार्च को ही सूर्य मेष में प्रवेश कर चुके होंगे। इस कारण कुंभ शान-शौकत के साथ 2022 में किया जा सकता है। कहाकि हमारे धर्म शास्त्रों में आपत्तिकाल में मर्यादा से अलग भी कार्य करने की इजाजत दी गई है। इस कारण आपत्तिकाल को देखते हुए कुंभ 2022 में किया जा सकता है। कहाकि जिस प्रकार से इस बार गंगा दशहरा आदि स्नान पर्व मनाए गए उसी प्रकार से सूक्ष्म रूप से कुंभ पर्व का आयोजन कर शान-शौकत के साथ वर्ष 2020 में किया जा सकता है जो देश और समाज हित में होगा।
बता दें कि 12 मई को अखिल भारतीय परमादर्श महामण्डलेश्वर परिषद ने बैठक कर कुंभ पर्व 2022 में आयोजित करने का निर्णय लिया था। उसके बाद अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता बाबा बलरामद ास हठयोबी और भाजपा नेता व संत स्वामी यतिन्द्रानंद भी 2022 में कुंभ के आयोजन का समर्थन कर चुके हैं।