हरिद्वार। कोरोना का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। केंद्र सरकार को 17 मई तक देश भर में लॉक डाउन बढ़ाना पड़ा है। ऐसे में कोरोना का कहर कब तक थमेगा, क्या कोरोना का प्रकोप अभी दुनिया भर में और बढ़ेगा या फिर इसमें कुछ कमी आएगी। आखिर कब तक कोरोना से लोगों को राहत मिलेगी। ज्योतिष मानते हैं कि फिलहाल बहुत जल्द कोरोना से ज्यादा राहत मिलने वाली नहीं है। बल्कि 11 मई के बाद कोरोना 15 जून तक अपने रौद्र रूप से आ सकता है तथा इससे मौतों का आंकड़ा और ज्यादा बढ़ सकता है। ज्योतिषाचार्य डॉक्टर प्रतीक मिश्रपुरी ज्योतिषीय गणना के आधार पर बताते हैं कि 4 मई को मंगल शनि के विपरीत दिशा यानी मकर राशि से कुम्भ में प्रवेश करेगा। इससे कोरोना के कष्ट से कुछ राहत तो मिलेगी परंतु 11 मई शनि वक्री हो जाएंगे, 13 मई को शुक्र वक्री होंगे, 14 मई को गुरु वक्री होंगे। जबकि 18 जून को बुध वक्री हो जाएंगे। 11 मई को शनि, उसके बाद शुक्र और गुरु के वक्री होने से हालात एक बार फिर से बिगडने लगेंगे। कहा जाता है कि यदि शुभ ग्रह वक्री हो तो शुभफल कारक होते हैं। अगर अशुभ ग्रह वक्री हो तो बेहद अशुभकारक होते हैं। इसी के साथ 12 मई को काल खप्पर योग भी बन रहा है। मिश्रपुरी के अनुसार जन्मकुंडली में यह योग कालसर्प योग कहलाता है। मगर जब यह गोचर में ब्रह्मांड में लगता है तो ऐसे काल खप्पर योग कहा जाता है। माना जाता है कि काल खप्पर योग को मृत्युकारक माना जाता है। यानी 12 मई के बाद 30 जून तक का समय ज्यादा कष्टकारी राह सकता है। इसलिए उनकी सलाह है कि भले ही लॉक डाउन हट जाए मगर 30 जून तक बहुत संभल कर यानी घर मंे ही रहने की जरूरत है।
30 जून के बाद गुरु वापस धनु राशि मंे आ जाएंगे और गुरु शनि का वक्री काल भी सितंबर तक समाप्त हो जाएगा। 23 सितंबर को राहु केतु भी राशि परिवर्तन करेंगे और इसके बाद से कोरोना पर काफी हद तक नियंत्रित कर लिया जाएगा। तब तक कोरोना की वैक्सीन भी आ जायेगी और उसका उपयोग भी शुरू हो जाएगा। यही नहीं सितंबर के बाद से अर्थव्यस्था में भी सुधार होने शुरू हो जाएगा।