हरिद्वार। कोरोना महामारी के कारण हुए लाकडाऊन के चलते हरिद्वार के व्यापारी भुखमरी के कगार पर आ गये हैं। अनलाक 3 के बाद भी व्यापारियों के हाल बेहाल हैं। अनलाक 3 में सरकार द्वारा दी गई छूट के बाद दुकानें तो खुलनी शुरू हो गयी हैं, किन्तु हरिद्वार पर्यटन नगरी होने के कारण पूरी तरह से पर्यटकों पर निर्भर है। अनलॉक 3 के बाद भी तीर्थनगरी में पर्यटक नहीं पहुंच रहे हैं। जिस कारण से व्यापारी वर्ग परेशान है। हालात यह हैं कि छूट के बाद भी कुछ ही दुकानें खुल रही हैं। अभी भी हरिद्वार में अधिकांश दुकानें बंद हैं। जिस कारण व्यापारियों के समक्ष आर्थिक संकट गहरा गया है। हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा शर्ताें के साथ चार धाम यात्रा शुरू कर दी गई है। किन्तु यात्रियों की सीमित संख्या होने के कारण व्यापार पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। जिस कारण व्यापारी आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। इससे नाराज व्यापारियों ने शुक्रवार को भीख मांगकर राज्य सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। व्यापारी नेता संजय त्रिवाल के अनुसार उनकी दुकानें तो खुल रही हैं लेकिन राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के तहत आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर रखी है। जिसके चलते व्यापारियों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट खडा हो गया है। व्यापारियों ने राज्य सरकार के तत्काल गाईडलाईन में छूट देने की मांग की।