हरिद्वार। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। कर्मचारी पहले चरण में 7 से 14 सितंबर तक काला फीता बांधकर काम करेंगे। कर्मचारियों की पदोन्नति, जोखिम भत्ता और एक महीने का मानदेय सहित कई मांगें हैं। जिसको पूरा करने की मांग वे लंबे समय से कर रहे हैं।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा, संयुक्त मंत्री शिवनारायण सिंह और मुख्य संयोजक जीत सिंह ने कहा कि प्रदेश स्तर पर कोरोना महामारी में अग्रिम पंक्ति पर कार्य करने के बाद भी स्वास्थ्य कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। उनका कहना है कि अगर उनकी पदोन्नति नहीं की जाती है, तो स्वास्थ्य कर्मचारी किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। साथ ही सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध करेंगे। संगठन के उप शाखा अध्यक्ष छत्रपाल, राकेश भंवर और आशुतोष गैरोला का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा और होम्योपैथी के कर्मचारियों की पदोन्नति, जोखिम भत्ता और एक महीने का मानदेय, पशुपालन विभाग की तर्ज पर वेक्सीनेटर पद, हाई स्कूल, इण्टरमीडिएट में कर्मचारियों की पदोन्नति की जाए। साथ ही जो रिक्त पद लैब सहायक और डार्करूम सहायक के हैं, उन्हें संगत नियमावली में संशोधन कर पदोन्नति देने की मांग की।