संत समाज ने किया स्लाटर हाऊस खोले जाने का विरोध
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने सरकार से स्लाटर हाऊस का निर्माण तत्काल बंद करने की मांग की है। निरंजनी अखाड़े में सोमवार को आयोजित संतों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है। देवभूमि के द्वार पर पशु वधशाला कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदेश की जन भावनाओं का सम्मान सरकार को अवश्य करना चाहिए। स्लाटर हाऊस खोले जाने का निर्णय तर्कसंगत नहीं है। देवो की भूमि मे देवों का वास है। तीर्थ स्थली की मान मर्यादाओं से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि संत समाज स्लाटर हाऊस बंद करने की मांग को लेकर लक्सर में धरना भी दे रहा है। उसके बावजूद अब तक सरकार स्लाटर हाऊस के निर्णय पर सकारात्मक कदम नहीं उठा पा रही है। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन को जनता की मांगों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। कुंभ मेला आयोजित होना है। ऐसे में स्लाटर हाऊस खोले जाने का निर्णय किसी भी रूप में सहन नहीं किया जाएगा। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज व श्रीमहंत रामरतन गिरि महाराज ने कहा कि बुचड़खानों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है। देवो की नगरी में पशु वधशाला खोले जाने का निर्णय प्रदेश की जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करने जैसा है। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन श्रीमहंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि स्लाटर हाऊस के निर्णय को तुरंत वापस लेना चाहिए। संत समाज स्लाटर बंद करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। सनातन परंपराओं को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। हिंदू संस्कृति सनातन परंपराओं की पुरोधा है। ऐसे में सरकार कुछ लोगों की वजह से स्लाटर हाऊस खोले जाने में रूचि दिखा रही है। जिसको सहन नहीं किया जाएगा। विरोध करने वालों में श्रीमहंत लखन गिरि, स्वामी रघुवन, श्रीमहंत नरेश गिरिी मुखिया महंत भगतराम, महंत प्रकाश गिरि, दिगंबर गंगा गिरि, दिगंबर राकेश गिरि सहित बड़ी संख्या में संतों महंतों ने स्लाटर हाऊस खोले जाने के सरकार के निर्णय पर कड़ा एतराज जताया है।