बाबा हठयोगी के बयान पर ज्योतिषाचार्य ने जतायी नाराजगी
हरिद्वार। ज्योतिषाचार्य पं. प्रतीक मिश्रपुरी ने बाबा हठयोगी और भाजपा नेता व संत स्वामी यतिन्द्रानंद के उस बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है जिमें उन्होंने मंगलवार को कुंभ पर्व वर्ष 2021 की बजाय 2022 में किए जाने संबंधी बयान दिया।
पं. प्रतीक मिश्रपुरी ने कहाकि दोनों ही जिम्मेदार संत है। ऐसे में उन्हें बयान सोच समझकर देना चाहिए। श्री मिश्रपुरी ने कहाकि क्या ग्रहों की चाल को बदला जा सकता है। यदि ऐसा है तो कुंभ पर्व के दौरान 2021 में देव गुरु वृहस्पति 5 अप्रैल 2021 की बजाय 2022 में कुंभ राशि में कैसे प्रवेश करेंगे। कहाकि कुंभ पर्व तभी होता है। जब देवगुरु वृहस्पति कंुभ राशि में प्रवेश करते हैं। कहाकि यदि वृहस्पति 2022 में कंुभ राशि में प्रवेश कर सकते हैं तो कुंभ पर्व भी 2020 में मनाया जा सकता है। कहाकि जिस प्रकार से ग्रहों की गति को परिवर्तित नहीं किया जा सकता ठीक उसी प्रकार से ग्रहों की गति के अनुसार होने वाले पर्वों को भी परिवर्तित नहीं किया जा सकता। ऐसे में 2022 में कुंभ पर्व के आयोजन की बात करना अचित नहीं है।