ऋषिकेश। पशु चिकित्सालयों और पशुओं की दवाओं के भंडारगृह में पशुपालन मंत्री रेखा आर्य लगातार छापेमारी कर रही हैं। यह छापेमारी अनियमितताओं की शिकायत पर की जा रही है। आज मुनि की रेती स्थित पशु दवा भंडारण में छापेमारी के दौरान बड़ा घोटाला सामने आया। पशुओं को मिलने वाली दवा पशु चिकित्सक और अधिकारी निगल गए। इस पूरे प्रकरण में मंत्री रेखा आर्य ने जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही संबंधित पशु चिकित्सक और अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने आज ऋषिकेश के राजकीय पशुचिकित्सालय मुनि की रेती स्थित दवाई भंडारगृह में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मंत्री रेखा आर्य ने भंडारगृह के स्टॉक रजिस्टर एवं अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज चेक किए, जिनमें कई खामियां व वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं। जिसे लेकर मंत्री ने मौके पर मौजूद जिम्मेदार कर्मचारियों एवं अधिकारियों को फटकार लगाई। साथ ही भ्रष्टाचार में लिप्त सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम को एफआईआर के आदेश दिए। रेखा आर्य ने पाया कि स्टॉक रजिस्टर में कई तरह की खामियां हैं, जैसे कि स्टॉक में दवा नहीं है, लेकिन रजिस्टर में दवा बताई जा रही है। दवाओं का भुगतान भी एडवांस किया जा चुका है। जबकि पहले दवा लाई जाती है, उसके बाद उसका भुगतान किया जाता है। मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि दवा भंडारगृह में निरीक्षण करने के दौरान कई तरह की अनियमितताएं पाई गई हैं। साफ पता लगता है कि दवाओं को लेकर बड़ा घोटाला हुआ है। मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। फिलहाल रजिस्टर और भंडारगृह को सील किया गया है।