हरिद्वार। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में हरिद्वार हरकी पौड़ी से गंगाजल और उत्तराखंड के सिद्ध पीठों की मिट्टी भेजी गयी। हरकी पौड़ी पर गंगा मैया की पूजा अर्चना कर कलश में गंगाजल भरा गया। साथ ही एक कलश में गंगा जी की रेत को भी भरा गया। जिसे विश्व हिंदू परिषद अयोध्या पहुंचाएगी। गंगा पूजन के बाद राम भक्तों ने भगवान श्री राम के जयघोष भी लगाए। पूजा के बाद महामहिम राज्यपाल सहित सभी मौजूद साधु संतों ने गंगाजल से भरे कलश को अपने सिर पर रख परिक्रमा की।
इस मौके पर श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य युग पुरुष स्वामी परमानंद महाराज ने कहा कि करोड़ों करोड़ों हिंदुओं की आज भावना पूरी हुई है। राम राज की भांति देश में माहौल बनेगा। सभी मिलकर भारत को विश्व गुरु बनाएंगे। कहाकि बहुत समय से विश्व हिंदू परिषद और राम भक्त इस काम के लिए लगे रहे हैं, अब सबकी भावनाएं पूरी होने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से जो लोग भूमि पूजन में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे हम उन सबकी तरफ से इस गंगाजल को भूमि पूजन में समर्पित किया जाएगा। विदित हो कि विहिप उत्तराखण्ड के सिद्धपीठों की माटी और गंगाजल अयोध्या मंदिर निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन के लिए भेजेगी। इस मौके पर आयोजित की गई विशेष पूजा अर्चना में उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य युगपुरुष स्वामी परमानंद महाराज, अवधूत मंडल आश्रम के स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी महाराज, संजय महंत, बड़े अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी, गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, सहित राम भक्तों ने भाग लिया।