सफेद कार्ड धारकों को राशन देने से मना कर रहे दुकानदार
हरिद्वार। कोरोना के कारण उपजे संकट के कारण लॉकडाउन के चलते आमजन जीवन खासा प्रभावित हुआ है। इसका सबसे अधिक प्रभाव दैनिक मजदूरी कर अपना पेट पालने वालांें और गरीबों पर पड़ा है। गरीबांें को लॉकडाउन में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए स्थानीय प्रशासन और सरकार जरूरी कदम उठा रही है। इसी के चलते राज्य सरकार सफेद राशन कार्ड पर प्रति यूनिट पांच किलो गंेंहूं व चावल निःशुल्क उपलब्ध करवा रही है। जिससे की गरीब आदमी को रोटी के संबंध में कोई परेशानी न हो। किन्तु सरकार द्वारा सुविधा दिए जाने और उसकी योजना को कुछ सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान वाले पलीता लगाने का कार्य कर रहे हैं। जिस कारण सफेद कार्ड धारकों को राशन नहीं मि पा रहा है।
ऐसा ही एक मामला गोविन्दपुरी स्थित सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का सामने आया। जहां एक परिवार सफेद राशन कार्ड लेकर राशन लेने के लिए दुकान पर गया। राशन कार्ड देखते ही दुकानदार ने राशन देने से मना कर दिया। कार्डधारक द्वारा राशन न देने का कारण पूछने पर दुकानदार को कहना था कि यह राशन कार्ड मंत्री जी के द्वारा बनवाए गए थे, इस कारण इस पर राशन नहीं दिया जा सकता।
आश्चर्य की बात यह की यदि मंत्री जी ने भी राशन कार्ड बनवाए थे तो क्या गरीबों को राशनकार्ड केवल शो के लिए दिए गए थे। सवाल उठता है कि यदि कार्ड बनवाने के बाद उस पर गरीबों को राशन नहीं मिलना था तो बनवाया क्यों गया। दुकानदार द्वारा सफेद राशन कार्ड पर राशन देने से मना करने पर लोगों के सामने समस्या उत्पन्न हो गयी है। राशन न मिलने से वह अपना व अपने परिवार का पेट कैसे भरें।