हरिद्वार। महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के संतों व उनके कार चालक की हत्या पर संत समाज में उपजा रोष शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। हत्याकाण्ड पर संत समाज की ओर से लगातार तीव्र रोष प्रकट करते हुए दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की जा रही है। मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि संतों की हत्या जैसा अमानवीय कृत्य करने वालों को कभी क्षमा नहीं किया जा सकता। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से मांग की कि बेरहमी से निरीह संतों की हत्या करने वाले सभी दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए। इससे कम किसी सजा को संत समाज स्वीकार नहीं करेगा। लॉकडाउन के बाद देश भर का संत समाज महाराष्ट्र कूच करने के लिए तत्पर है। संत समाज जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर संतों की सुरक्षा को लेकर सरकार को विशेष प्रबंध करने की मांग भी करेगा। आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि पालघर में संतों की जघन्य हत्या पूरे देश को शर्मसार करने वाली है। ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। देश व समाज को नई दिशा देने वाले संतों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंदू हितों की बात करने वाली महाराष्ट्र सरकार को संत समाज को न्याय देने के लिए त्वरित कदम उठाने होंगे। संतों की हत्या से पूरे देश संत समाज ंिचंतित व आक्रोशित है। अमानवीय घटना को अंजाम देने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि यदि महाराष्ट्र संतों के हत्यारों को कड़ी सजा नही दिलाती है तो संत समाज का आक्रोश झेलने के लिए तैयार रहे।