बद्रीविशाल ब्यूरो
हरिद्वार। विपरीत परिस्थितियों में घर से निकले दो किशोरों को दयनीय स्थिति में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की हरिद्वार रूम ने रेस्क्यू किया। इनमे एक किशोर को उसके परिजनों की तलाश कार उनके सुपुर्द कर दिया गया जबकि एक किशोर को ज्वालापुर के खुला आश्रय गृह के संरक्षण में भेज दिया गया है। उसके भी परिजनों की तलाश जारी है।
बीते कल जिला बंदायु उत्तरप्रदेश निवासी 14 वर्षीय अंकित अपनी मां के अचानक स्वर्गवास होने के कारण दुखी होकर घर से बिना बताए निकल गया था,जिसे करीब 2 माह से भी अधिक समय हो गया। बीते कल AHTU टीम को अत्यंत दयनीय स्थिति में मिला। इस दौरान किशोर की काउंसलिंग भी कराई गई। इसके बाद उसके परिजनों की तलाश करते हुए अंकित के पिता उमेश चंद्र यादव निवासी बदायूं उप्र को खोजा गया और उसे हरिद्वार बुलाकर अंकित को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। किशोर के पिता उमेश ने अपने खोए हुए बेटे को पाकर AHTU टीम का आभार प्रकट किया। कहा कि वह तो अपने बेटे को पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके थे,लेकिन आज उसे सही सलामत पाकर मेरी खुशियां लौट आईं।
वहीं एक और किशोर हिमांशु पुत्र स्वo अशोक कुमार निवासी यमुनानगर हरियाणा को भी अत्यंत दयनीय स्थिति में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने रेस्क्यू किया। जिसका मेडिकल कराकर उसे ज्वालापुर स्थित खुला आश्रय गृह के संरक्षण में भेज दिया गया है। उसके भी परिजनों की तलाश की जा रही है।