ऋषिकेश। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट में इंजीनियरिंग कंपनी की लापरवाही सामने आई। जहा टनल में मिट्टी गिरने से एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के चचेरे भाई की तहरीर पर पुलिस ने प्रोजेक्ट इंजीनियर सहित सात कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का दावा है कि मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
थाना मुनि की रेती प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के प्रोजेक्ट तीन में कार्यरत कर्मचारी कमलेश पंत को बिना सुरक्षा के सीधे टनल के फैस के अंदर भेज दिया। जहा अचानक चट्टान टूटने से कमलेश व उसके साथी इमरान व कमर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनको उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत के चलते कमलेश को जोली ग्रांट रेफर किया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि दोनों घायलों का इलाज अभी एम्स में चल रहा है।
मृतक के चचेरे भाई वेद प्रकाश ने कंपनी के साइट इंजीनियर रंगनाथ,ऑफिसर मनोज पोखरियाल, पीआरओ रंजन भंडारी, टनल इंचार्ज नरेंद्र कुमार, सुपरवाइजर कमल, ठेकेदार जिर्नेद्र कुमार व एचआर भुवन चंद जोशी के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं रेल विकास निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक भूपेंद्र ने बताया कि कंपनी की ओर से हादसे की सूचना पुलिस सूचना दी गई थी लेकिन मौत के बाद सूचना नहीं दी जा सकी।