रुड़की/संवाददाता
आईआईटी रुड़की के एसआरआईसी कार्यालय में तैनात एक वरिष्ठ सहायक पर एक करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। विभाग ने आरोपी को निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, आईआईटी के एसआरआईसी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक धीरज उपाध्याय पर आरोप है कि उसने डिपार्टमेंट के 1 करोड़ 5 लाख 35 हजार 753 रुपये अपने निजी बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। जानकारी होने पर विभागीय जांच की गई तो सच सामने आ गया। आरोपी धीरज उपाध्याय ने भी गलत तरीके से अपने खाते में इस धनराशि को ट्रांसफर करने की बात कबूली। जिसके बाद उसे निलंबित भी कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि इस धनराशि को ट्रांसफर करने के लिए करीब 13 बार ट्रांजेक्शन की गई। डिपार्टमेंट के रजिस्ट्रार की तहरीर पर रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में आरोपी धीरज उपाध्याय के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाली प्रभारी राजेश शाह ने बताया कि संस्थान के रजिस्ट्रार की ओर से कोतवाली में एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। जिसमें डिपार्टमेंट के एक कर्मी पर गलत तरीके से 13 बार ट्रांजेक्शन कर करीब 1 करोड़ से ज्यादा की धनराशि अपने खाते में जमा करने का आरोप है। आरोपी के खिलाफ पुलिसिया जांच शुरू कर दी गई है।